अतीत को याद करना कभी-कभी बड़ा सुखद लगता है। प्रतिष्ठित पत्रकार और साहित्यकार अभिलाष अवस्थी के सान्निध्य में रविवार 8 अक्टूबर 2022 को केशव गोरे स्मारक ट्रस्ट, गोरेगांव में आयोजित चित्रनगरी संवाद मंच मुम्बई की बैठक में धर्मयुग के सुहाने अतीत को और प्रिंट मीडिया के रुतबे को शिद्दत से याद किया गया। श्रोताओं के सवालों का जवाब देते हैं धर्मयुग के पूर्व पत्रकार अभिलाष अवस्थी ने बताया कि हमारे सम्पादक डॉ धर्मवीर भारती छोटी-छोटी गलतियों के लिए भी हम लोगों को बहुत डांटते थे मगर उनकी डांट में पिता तुल्य स्नेह छुपा हुआ था। डॉ भारती ने डांट फटकार कर हमारे व्यक्तित्व को इस तरह निखारा कि धर्मयुग से निकलने के बाद धर्मयुग के पत्रकार सीधे-सीधे संपादक बने।
पत्रकारिता पर चर्चा के बहाने डॉ धर्मवीर भारती के साहित्य पर भी अच्छी चर्चा हुई। डॉ भारती और महानायक अमिताभ बच्चन के रिश्ते पर भी बात हुई। अभिलाष अवस्थी ने बताया कि अमित जी धर्मयुग में आते थे डॉ भारती के बुलावे का इंतज़ार करते थे। जब बोफोर्स कांड में अभिताभ बच्चन का नाम आया तो धर्मयुग ने उन्हें अपनी बात कहने का अवसर उपलब्ध कराया। कुल मिलाकर यह पत्रकारिता पर एक ऐसी सार्थक चर्चा थी जिसमें धर्मयुग के साथ ही साप्ताहिक हिंदुस्तान, रविवार, कादंबिनी, दिनमान और सारिका जैसी तमाम महत्वपूर्ण पत्रिकाओं के योगदान को याद किया गया।
बैठक में डॉ मंजुला देसाई, डॉ मधुबाला शुक्ला, डॉ रोशनी किरण और सविता दत्त ने भी प्रमुखता से शिरकत की। डॉ बनमाली चतुर्वेदी, भारतेंदु विमल, नवीन चतुर्वेदी, राजेन्द्र वर्मा, बीरेन्द्र प्रताप सिंह, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, दीनदयाल मुरारका, दिवेश यादव, श्रीकृष्ण अग्रवाल जैसे गणमान्य लोगों ने अपनी मौजूदगी से कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। दूसरे सत्र में कविता पाठ का कार्यक्रम हुआ जिसमें वरिष्ठ रचनाकारों के साथ कई युवा रचनाकारों ने भी काव्य पाठ किया।
चित्रनगरी संवाद मंच में चर्चा का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। अगले रविवार 16 अक्टूबर 2022 को मित्र नवीन चतुर्वेदी के ग़ज़ल संग्रह धानी चुनर पर चर्चा होगी और मुंबई महानगर के कुछ प्रमुख कवि अपनी कविताओं का पाठ करेंगे। समयानुसार पधारिएगा। आपका इंतज़ार रहेगा।
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