मुंबई। पश्चिम रेलवे द्वारा ऊर्जा संरक्षण और इसके उपायों के क्रियान्वयन हेतु पश्चिम रेलवे द्वारा किए गए उपायों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 9 से 15 दिसंबर, 2022 तक ऊर्जा संरक्षण सप्ताह मनाया गया। 14 दिसंबर को पूरे देश में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया जाता है। सप्ताह भर चलने वाले इस कार्यक्रम के दौरान पश्चिम रेलवे द्वारा सभी छह मंडलों में सेमिनार, पैम्फलेटों का वितरण, कॉलर ट्यून, स्टेशनों पर जन घोषणाएं, पश्चिम रेलवे के कर्मचारियों को जागरूकता एसएमएस आदि जैसी विभिन्न जागरूकता गतिविधियां आयोजित की गईं। इस संबंध में, 14 दिसंबर, 2022 को चर्चगेट स्थित पश्चिम रेलवे के मुख्यालय में एक सेमिनार आयोजित किया गया। इस सेमिनार में पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री अशोक कुमार मिश्र, अपर महाप्रबंधक, विभिन्न विभागों के प्रमुख विभागाध्यक्ष, विद्युत् विभाग के विभागाध्यक्ष, मुंबई मंडल के विद्युत् शाखा के अधिकारी और पश्चिम रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर श्री मिश्र ने पश्चिम रेलवे द्वारा अपनाए गए विभिन्न ऊर्जा संरक्षण उपायों को दर्शाने वाला एक संक्षिप्त विवरणिका भी जारी किया।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के ब्यूरो ऑफ़ एनर्जी एफ़िशिएन्सी (बीईई) द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (एनईसीए) 2022 में पश्चिम रेलवे ने अपनी जीत का क्रम जारी रखा है। प्रतापनगर स्थित पश्चिम रेलवे के मंडल रेलवे अस्पताल को भवन श्रेणी-सरकारी भवन क्षेत्र में योग्यता प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ। अस्पताल ने विभिन्न ऊर्जा संरक्षण उपायों जैसे ऊर्जा कुशल एलईडी फिटिंग लगाने, पारंपरिक विंडो एयर कंडीशनर के बदले 5-स्टार रेटेड इन्वर्टर एसी लगाने, सौर ऊर्जा और सौर वॉटर हीटर का उपयोग आदि को क्रियान्वित करने के लिए पुरस्कार प्राप्त किया ।
पश्चिम रेलवे के प्रधान कार्यालय में संगोष्ठी के दौरान महाप्रबंधक श्री मिश्र ने पश्चिम रेलवे के प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर और उनकी पूरी टीम को राष्ट्रीय पुरस्कार और ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए बधाई दी। उन्होंने 28 रेल कर्मियों को उनके सराहनीय ऊर्जा संरक्षण प्रयासों के लिए सम्मानित भी किया। श्री मिश्र ने बिजली विभाग द्वारा ऊर्जा संरक्षण के लिए की गई पहलों के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की और टीम को भविष्य के लिए ऊर्जा संरक्षण के लिए अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित किया।
वर्ष 2022-23 में पश्चिम रेलवे ने भविष्य में ऊर्जा की बचत के लिए कई ऊर्जा कुशल और पर्यावरण अनुकूल उपाय लागू किए। पश्चिम रेलवे ने 10.72 MWp क्षमता के सौर संयंत्र स्थापित किए। इन संयंत्रों से 6.06 एमयू ऊर्जा सृजित हुई जिसके परिणामस्वरूप नवंबर 2022 तक लगभग 2.52 करोड़ रुपये की अनुमानित बचत हुई है। इसके अतिरिक्त, ये सौर संयंत्र प्रति वर्ष 15,000 मीट्रिक टन से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड को कम करेंगे। ‘नेट शून्य कार्बन उत्सर्जन’ की दिशा में आगे बढ़ते हुए पश्चिम रेलवे ने अब तक 206.66 रूट किमी का विद्युतीकरण किया है। पश्चिम रेलवे के सभी 141 एलएचबी रेक हेड ऑन जेनरेशन (एचओजी) प्रणाली पर चल रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप चालू वित्त वर्ष में 208.36 करोड़ रुपये की बचत हुई है। पश्चिम रेलवे द्वारा ऊर्जा संरक्षण के लिए 57 प्राकृतिक वाटर कूलर, 48 हाई वॉल्यूम लो स्पीड (HVLS) पंखे, सभी स्टेशनों पर एलईडी लाइटें, 5-स्टार रेटिंग वाले उपकरण और एसी चैंबर्स में मोशन सेंसर आदि लगाए गए हैं। भावनगर कारखाना ने 500KW के रूफटॉप सोलर प्लांट लगाए हैं जो प्रति माह औसत खपत से अधिक ऊर्जा का उत्पादन कर रहा है, इस प्रकार विद्युत ऊर्जा के मामले में नेट जीरो खपत हो रहा है। इन उपायों के साथ, पश्चिम रेलवे आने वाले वर्षों में ऊर्जा संरक्षण और स्वच्छ पर्यावरण की दिशा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध है।