सेवाभावी संगठन स्काउट एवम गाइड के दो स्काउटर कमल किशोर शर्मा और सर्वेश तिवारी इन दिनों चर्चा में हैं। कमल करीब 800 किलोमीटर के पैदल यात्रा पर है और सर्वेश लंका में होने वाली अंतर्राष्ट्रीय जंबूरी में हाड़ोती से भारत का नेतृत्व करेंगे।
कल रात करीब 8 बजे की बात है जब चित्तौड़ और उदयपुर के मध्य मंगलवाड़ तक पहुंचे कमल से मोबाइल पर बात हुई। इनके जज्बे, हिम्मत, हौंसले को सलाम जो पैर में
तीन फैक्चर, मधुमेह और उच्च बल्ड प्रेशर से पीड़ित होते होते हुए भी पाली से 25 किलोमीटर रोहट में 3 जनवरी से आयोजित होने वाली 18वीं राष्ट्रीय जंबूरी में भाग लेने किए लिए बारां जिले की शाहबाद तहसील के ग्राम बावनगंवा से 3 दिसंबर को 800 किलोमीटर की पैदल यात्रा पर निकल पड़े हैं 59 वर्षीय कमल।
यह स्काउट एवम गाइड संगठन के इतिहास देश भर में पहला उदाहरण और एतिहासिक रिकार्ड बनेगा जब कोई स्काउट जंबूरी में शामिल होने के लिए पैदल यात्रा कर रहा है। यात्रा के दौरान मिल रहे उत्साह के बारे में बताया कि गांव, ढाणी, कस्बे और शहरों से गुजरते हुए उनका जगह -जगह स्वागत किया जा रहा है। सर्वधर्म समभाव, कौमी एकता, पर्यावरण, सबको शिक्षा और स्वच्छ भारत का संदेश भी प्रसारित कर रहे हैं। किसी भी स्कूल, स्काउट कार्यालय, धर्मशाला में रात्रि विश्राम करते हैं। पिछले 30 वर्षों से स्काउट -गाइड संगठन से जुड़े कमल का जन्म अंता में 10 जून 1963 को हुआ और राजकीय माध्यमिक विद्यालय बावनगंवा में अध्यापक हैं। आप वर्ष 1985 में राष्ट्रपति रोवर मेडल से सम्मानित हो चुके हैं। कहने लगे मेरी यात्रा 700 किलिमिटर थी पर रूट बदलने से 800 किलोमीटर की हो गई है। खास बात है राष्ट्रीय सेवा भावना के उद्देश्य को लेकर ये अकेले ही चल रहे हैं। आप बहुमुखी प्रतिभा के घनी है। साहित्यकार हैं, कवि हैं और न्यूमेस्मेटिक में प्रवीण हैं। कमल स्काउट व गाइड में यज्ञदत्त हाड़ा को अपना गुरु मानते हैं।
अब बात करते हैं चर्चा में आए बूंदी के स्काउट गाइड बून्दी के यूनिट लीडर सर्वेश तिवारी की जिनका चयन आगामी 26 व 27 दिसम्बर को आयोजित ग्लोबल स्काउट किचन जम्बूरी 2022 में संचालक दल में किया गया है। यह आयोजन सबके लिए भोजन की थीम पर हो रहा है जिसमें 172 देश भाग ले रहे हैं। सामुदायिक विकास के लिए आपको 1989 में राष्ट्रपति रोवर मेडल से और 2003 में प्रधानमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। आप लेखन कार्य में भी रुचि रखते हैं और उनकी दो पुस्तकें उत्तराखंड राज्य के पाठ्यक्रम में शामिल हैं।
सर्वेश ने बताया कि फूड फ़ॉर एवरी वन की थीम व विश्व में सबको गुणवत्तापूर्ण व पौषक भोजन मिले इस उद्देश्य से आयोजित नाइजिंग कमिश्नर टोबेको के आनंद सिंह, डिप्टी ऑर्गेनाइजिंग कमिश्नर मलेशिया के जुड़ वोंग, संस्थापक श्रीलंका के चमिला कुमारा द्वारा विशाल जम्बूरी आयोजन तैयारी की डिजिटल मंच पर आयोजित बैठक में इनको संचालक दल में शामिल किया जो पंजाब की वरिष्ठ शिक्षा व्याख्याता डॉ. अमर ज्योति मंगत के साथ भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे व संचालन में दायित्व निर्वहन करेंगे।
सर्वेश अपनी यात्रा पर 24 दिसंबर को प्रस्थान करेंगे। उन्होंने बताया कि उनका प्रयास रहेगा कि इस आयोजन में अधिक से अधिक स्थानीय प्रतिभागियों को अवसर मिले। इस विशाल भव्य कार्यक्रम को श्रीलंका के साथ ही पाकिस्तान , त्रिनिदाद व टोबेको में भी आयोजित किया जाएगा।
हाड़ोती के लिए गौरव की बात हैं की स्काउट व गाइड मंडल की दो प्रतिभाएं अपने उत्कृष्ट कार्यों और सेवाओं से राजस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं। हाड़ोती अंचल की दोनों प्रतिभाओं को लेखक की और से बधाई और शुभकामनाएं।