गुजरात के समुंद्री क्षेत्र के अनेक समुंद्री बीचों में मांडवी बीच पर फरवरी से माहोल अत्यंत रमणिक हो खिल उठता है। गुजरात की लोक संस्कृति का मेला जुटता है जो सेलानियों के आकर्षण का केंद्र होता है। हल्की ठंड के मौसम में समुद्री बीच और संस्कृति के रंगों से सराबोर इस संगम की छटा देखते ही बनती है। मांडवी देश और दुनिया भर के पर्यटकों के लिए पसंदीदा पर्यटन स्थल है, जो अपने सुरम्य परिवेश और शानदार बीच के लिए विख्यात है।
मांडवी बीच के किनारे को मिला कर तीन बीच बने हैं। एक मांडवी बीच जहां पर्यटक कभी भी शांत बीच का आनंद ले सकते हैं। दूसरा 2 किमी पर विंडफार्म बीच जहां बहुत सारी पवन चक्कियां लगी हैं जो कुदरती बिजली पैदा करती हैं। इन बीचों पर पर्यटक पानी में नहाने के साथ – साथ हॉर्स राइड और कैमल राइड का आनंद ले सकते हैं। तीसरा बीच विजय विलास पैलेस रिसॉर्ट का हिस्सा है। यह एक निजी बीच है जो ज्यादा साफ – सुथरा है।
मांडवी गुजरात राज्य के कच्छ जिले में समुद्र के किनारे पर बना हुआ एक शहर है। इस शहर की स्थापना 1580 में कच्छ के राव, खेंगारजी द्वारा की गई थी। ऐतिहासिक रूप से, मांडवी कच्छ क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हुआ करता था क्योंकि यह कच्छ राज्य के महाराव शासक के अधीन था। मांडवी में एक कई साल पुराण जहाज निर्माण उद्योग है, जो खारवा के शासक द्वारा शुरू किया गया था, जो अभी भी लकड़ी के जहाज बनाता है। अगर आप कच्छी संस्कृति को करीब से अनुभव करना चाहते हैं तो मांडवी जरूर घूमने जाएं।
मांडवी बीच पर गुजरात पर्यटन निगम लिमिटेड की ओर से फरवरी माह से लंबी अवधि करीब दो माह चलने वाले ” मांडवी बीच फेस्टिवल” का आयोजन किया जाता है।
सफेद रण की सैर करने वाले यात्री कच्छ के समुद्र किनारे का भी आनंद ले सकते हैं। सैलानियों के तटों पर ठहरने के लिए टेन्ट सिटी का निर्माण किया जाता है। मांडवी बीच पर डेट स्की, वॉटर स्कूटर, नी बोटिंग, फ्लाय बोर्डिंग स्पीड बोट, बनाना हॉट जैसी क्रियाकलापों का आयोजन किया जाता है।
एविएशन आधारित एडवेन्चर गेम्स- पैरासेलिंग, पैरा मोटरिंग, हॉट एयर बलून क्रीड़ाएं भी की जाती हैं। एटीवी वाहन, तीरंदाजी, बीच वॉलीबॉल, जिप लाइन, साइक्लिंग, वॉक-वे और योगा कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं। प्रतिदिन रात्रि में आयोजित होने वाले रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से पर्यटकों को गुजरात राज्य की संस्कृति नजदीक से देखने समझने का अच्छा अवसर मिलता है।
खूबसूरत समुद्री तट होने के साथ-साथ मांडवी देश दुनिया भर के पर्यटकों के लिए सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल है, जो अपने सुरम्य परिदृश्य, शानदार झरने, देश के सबसे बड़े बाघों के निवास के लिए प्रसिद्ध है। इस उत्सव में पर्यटकों के ठहरने के लिए एक टेंट सिटी बनाया जाता है जिसमें 15 एसी प्रीमियम, 5 मिनी दरबारी, 15 एसी डिलक्स, 20 नॉन-एसी डिलक्स टेंट शामिल होते हैं।
पर्यटन स्थल : मांडवी बीच इस शहर का सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है, लेकिन मांडवी में घूमने के लिए कुछ और स्थान हैं जो पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करते हैं – मांडवी के नजदीक स्थित *विजय विलास पैलेस* एक भव्य और सुंदर महल है। यह पैलेस भुज के राजा का था और यहां कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई है। यह पैलेस अपनी खूबसूरत वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। *मजार-ए-नूरानी दरगाह* एक प्रमुख धार्मिक स्थल भी दर्शनीय है। दाऊदी वोहरा समाज के लोगों में इस दरगाह के प्रति बहुत आस्था है।*72 जिनालय जैन मंदिर* भी गुजरात के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। मांडवी में सफेद संगमरमर का बना एक खूबसूरत जैन मंदिर भी है। यह मंदिर अपनी वास्तुकला के लिए जाना जाता है। *शिपयार्ड* मांडवी का शिप बिल्डिंग यार्ड रुक्मावती नदी के किनारे स्थित है। यहाँ कुशल कारीगरों को जहाज़ बनाते हुए देखना एक यादगार अनुभव होता है। यहाँ मुख्य रूप से लकड़ी का कारोबार होता है। यह शिल्पकार घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों के लिए जहाज बनाने के लिए पारंपरिक तकनीकों का उपयोग करते हैं।
यहां पर्यटन हवाईजाज, रेल और बस सेवाओं द्वारा पहुंच सकते हैं। सूरत एयरपोर्ट यहां से करीब 166 किलोमीटर दूरी पर है जो देश के सभी बड़े हवाई अड्डो से अच्छे सेजुड़ा है। यहां से पर्यटक सड़क मार्ग द्वारा मांडवी बीच पहुंच सकते हैं। सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन भुज रेलवे स्टेशन, मांडवी से लगभग 65 किमी की दूरी पर स्थित है। सड़क मार्ग से मांडवी गुजरात राज्य के सभी शहरों से सरकारी एवम निजी बस सेवाओं से जुड़ा है। निकटतम भुज से टैक्सी अथवा बाइक किराए पर ले कर घूम सकते हैं।
–
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवँ स्तंभकार हैं)