Saturday, November 23, 2024
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Homeसोशल मीडिया सेहमारे समाज की विडंबना!

हमारे समाज की विडंबना!

– मैंने ISISI का विरोध करते किसी मुस्लिम को नहीं देखा है….
पर RSS का विरोध करते हुए लाखो हिन्दू देखे है

– मैंने किसी मुस्लिम नेता को होली- दीवाली की पार्टी देते नहीं देखा है….
पर हिन्दू नेताओं को इफ्तार पार्टी देते देखा है…

-मैंने कश्मीर में भारत के झंडे जलते देखे है….
पर कभी पाकिस्तान का झंडा जलाते हुए मुसलमान नहीं देखा है…..

– मैंने हिन्दुओ को टोपी पहने मजारो पर जाते देखा है….
पर किसी मुस्लिम को टीका लगाते मंदिर जाते नहीं देखा है….

– मैंने मीडिया को विदेशो के गुण गाते देखा है…
पर भारत के संस्कार के प्रचार करते नहीं देखा है

– मैंने करोड़पतियों के माँ बाप को वृद्ध आश्रम में देखा है…..
पर किसी करोड़पति के घर में अनाथ आश्रम नहीं देखा है…

– मैंने हिन्दुओ के बच्चों को इंग्लिश स्कूल में अंग्रेजों की औलाद बनते देखा है
पर किसी अंग्रेज को गुरुकुल में हिन्दू बनते नहीं देखा है

– मैंने फालतू पोस्ट पर हजारो कमेंट देखे है
पर राष्ट्रवादी पोस्ट पर 100 कमेंट भी नहीं देखे है

एक निवेदन

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