पुणे। प्राचीन पौराणिक तथा ऐतिहासिक राजाए, सम्राट, आचार्य, ऋषि, ऋषिकाएँ, संत, देवता, वैदिक और अभिजात साहित्य ग्रंथ, इन पर संशोधन करके एक घंटे के चार व्याख्यान तथा पच्चीस से तीस पन्नो का हिंदी भाषा में स्टडी मटेरियल तैय्यार करनेवाले विद्वान, व्याख्याता, लेखक त्वरित चाहिये l
*१) पौराणिक राजे* उदा. ययाती, नहुष, रघु, पृथू, मनु, दिलीप, इंद्र, सुदास, सगर, भगीरथ, आदि
*२) ऐतिहासिक राजे* उदा. शालिवाहन, विक्रमादित्य, हर्षवर्धन, समुद्रगुप्त, चंद्रगुप्त मौर्य, आदि
*३) आचार्य, ऋषि, ऋषिकाएँ
वशिष्ठ, विश्वामित्र, अत्री, भृगु, शुक्राचार्य, जमदग्नी, परशुराम, आदि गार्गी,मैत्रेयी, अपाला, लोपामुद्रा, आदि
*४) संत महंत* – तुलसीदास, कबीर, गोरक्षनाथ, बसवेश्वर, अक्कमहादेवी, माणिक प्रभू, ज्ञानेश्वर, तुकाराम, नामदेव, रोहिदास, आदि
*५) भारतीय साहित्य* उदा. स्वप्न वासवदत्ता, गीत गोविंदम, नीतीशास्त्र, नाट्यशास्त्र, मयमतम, विदुरनीती, आगम, त्रिपिटक आदी
*६) भारतीय देवता* उदा. अग्नी, इंद्र, उषा, वरुण, सटवाई, मित्र, नटराज, मरुत आदी
एक विषय के लिए व्यक्ति को ₹2000 का पारीश्रमिक प्राप्त होगा । अपने विषय संबंधी आपको 1 घंटे के 4 व्याख्यान लेने हैं। चार व्याख्यान के लिए आपको ₹3000/- अलग पारिश्रमिक प्राप्त होगा । लेखन और व्याख्यान का अलग अलग मानधन प्राप्त होगा | आप सिर्फ लेखन और व्याख्यान दे सकते है या सिर्फ लेखन भी कर सकते है l
चुने हुए विषयों पर 25 पन्नों की अध्ययन सामग्री दिनांक 31 मई तक ऑनलाइन यूनिकोड फोंट में अपलोड करके सबमिट करनी होगी । इस इन विषयों पर संदर्भ साहित्य आपको खुद को ढूंढना पड़ेगा।
एक व्यक्ति कितने विषय चुने इसके लिये कोई बंधन नहीं है।
सूची में समाविष्ट विषयों के अलावा अलग विषयों पर अगर आप लिखना चाहते हैं तो आपका स्वागत है। उनके नाम प्रथम हमको बताइए उसके बाद उस पर निर्णय लिया जाएगा।
सूचना –
*प्रकल्प कालावधी* – विषय निश्चित होने के बाद – ३० से ४५ दिन
विषय निश्चित होने के लिये कृपया वेबसाईट लिंक देखिए और संपर्क कीजिए l विषय निश्चित करने के लिए आखरी तिथि – 10 मई, 2023
वेबसाईट : https://www.sanskar.bhishmaindics.org/sanshodhak
संपर्क : भीष्म स्कूल ऑफ संस्कार, द्वारा भीष्म स्कूल ऑफ इंडिक स्टडीज, पुणे.
ऋग्वेद : 9860176279 (calling/WhatsApp)