चित्रनगरी संवाद मंच मुंबई की ओर से रविवार 21 मई को केशव गोरे स्मारक ट्रस्ट के मृणालताई हाल में सुप्रसिद्ध उर्दू कथाकार इस्मत चुगताई की कहानी घरवाली का मंचन पेश किया गया। लेखक निर्देशक कृष्ण उपाध्याय की यह नाट्य प्रस्तुति श्रोताओं को बहुत दिलचस्प लगी। लोगों को प्रमुख किरदार लाजो की अदाएं बहुत पसंद आईं। इस एकल प्रस्तुति में कृष्ण उपाध्याय ने लाजो के अलावा मिर्ज़ा और बख़्शी के किरदार को भी साकार करने में अपने फ़न और हुनर का जलवा दिखाया।
सभागार में मौजूद अभिनेता रंगकर्मी शैलेंद्र गौड़, रंगकर्मी अशोक शर्मा और रंगकर्मी अविनाश प्रताप सिंह ने इस नाटक की मुक्त कंठ से तारीफ़ की। कई फ़िल्मों और धारावाहिकों में अभिनय कर चुके रंगकर्मी कृष्ण उपाध्याय ने जिस धाराप्रवाह ढंग से ‘घरवाली’ कहानी को पेश किया उसे दर्शकों ने बहुत सराहा। लाजो के किरदार के हिसाब से उनका लिबास भी लोगों को पसंद आया। कुल मिलाकर यह एक यादगार नाटक था।
दूसरे सत्र में कविता पाठ हुआ। इसमें आरजे प्रीति गौड़, सुरभि मिश्र, सविता दत्त, अंबिका झा, शशि शर्मा, डॉ रोशनी किरण, प्रदीप गुप्ता, जवाहरलाल निर्झर, ताज मोहम्मद सिद्दीक़ी, मनोहर जोशी और गोविंद सिंह राजपूत ने शिरकत की। डॉ मधुबाला शुक्ला ने चित्रनगरी संवाद मंच की गतिविधियां पर प्रकाश डाला। आकाश ठाकुर के गायन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। वायस आफ जर्मनी के पूर्व प्रोग्राम हेड उबैद नियाज़ी, निर्माता निर्देशक राजेश मिश्रा और चित्रकार विजय वर्मा ने अपनी मौजूदगी से आयोजन की गरिमा बढ़ाई। अंत में मंच के संयोजक और प्रसिद्ध गीतकार देवमणि पाण्डेय ने सभी का आभार व्यक्त किया।