प्रयागराज के पीड़ित नाबालिग ने मनोचिकित्सकों को बताया कि ऑनलाइन गेम के जरिए वह कुछ मुस्लिम लड़कों के संपर्क में आया। वे उसे हिंदू धर्म के बारे में भड़का रहे थे। उसका धर्मांतरण करना चाहते थे।
गाजियाबाद के बाद अब उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से भी ऑनलाइन गेम के जरिए एक नाबालिग का ब्रेनवॉश करने का मामला सामने आया है। इस 16 साल के लड़के का अब उसके परिजन मनोचिकित्स से इलाज करवा रहे हैं। बताया जाता है कि जनेऊ तोड़ लड़के ने नमाज पढ़नी शुरू कर दी थी। जालीदार टोपी पहनने लगा था। दूसरी ओर गाजियबाद धर्मांतरण रैकेट का मास्टरमाइंड शाहनवाज खान उर्फ बद्दो रविवार (11 जून 2023) को महाराष्ट्र के ठाणे से पकड़ा गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पहला मामला प्रयागराज के झलवा इलाके में 16 वर्षीय हिन्दू लड़का पिछले 6 वर्षों से अपने माता-पिता और 4 अन्य भाई-बहनों के साथ रहता था। मूल रूप से यह परिवार चित्रकूट का रहने वाला है। लड़के के पिता ई-रिक्शा चलाकर परिवार का गुजारा करते थे। लड़के की माँ के मुताबिक पिछले कुछ समय से उसके बेटे के व्यवहार में काफी बदलाव आ गया। जनेऊ तोड़ वह जालीदार टोपी पहनने लगा था। अक्सर मस्जिद जाने लगा था।
बताया जा रहा है कि नाबालिग ने घर में कव्वाली सुननी शुरू कर दी थी। जब वह मजारों पर जाता तो उर्दू में लिखी इबादतों को चूमता था। उसने अपने पिता के ई-रिक्शा में लगी मंदिर की फोटो निकालकर उस पर मस्जिद की स्टीकर चिपका दी। परिजनों के समझाने का जब उस पर असर नहीं हुआ तो उसे प्रयागराज के काल्विन अस्पताल में मनोचिकित्स्कों से दिखाया गया।
जब मनोचिकित्स्कों ने लड़के से बात की तो उसने बताया कि चार मुस्लिम लड़के उसका धर्म बदलवाना चाहते हैं। वे हिन्दू धर्म के बारे में भड़का कर उसका ब्रेनवाश कर रहे थे। इन मुस्लिम दोस्तों से उसकी मुलाकात एक मोबाइल गेमिंग एप के जरिए हुई थी। ये चारों लड़के प्रयागराज के ही चकिया इलाके के रहने वाले थे। कुछ समय पहले शूटआउट में मारे गए गैंगस्टर अतीक अहमद का घर इसी चकिया इलाके में पड़ता है। डॉक्टरों ने लड़के को दवाएँ दी हैं। फ़िलहाल पीड़ित काफी डरा-सहमा बताया जा रहा है। इस मामले के सामने आने के बाद खुफिया एजेंसियाँ सक्रिय हो गईं हैं। पड़ताल की जा रही है कि कोई धर्मान्तरण गिरोह तो सक्रिय नहीं है। साथ ही ऐसे कितने लड़कों का ब्रेनवॉश किया गया है, इसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
गाजियाबाद ऑनलाइन गेमिंग धर्मान्तरण मामले का मुख्य आरोपित शाहनवाज गिरफ्तार हो गया है। मामले की जाँच कर रही गाजियाबाद पुलिस ने मुंबई पुलिस से उसकी गिरफ्तारी में मदद माँगी थी। कार्रवाई की भनक मिलते ही शहनवाज फरार हो गया था। रविवार (11 जून) को मुंबई पुलिस को उसकी लोकेशन मुम्ब्रा के अलीबाग इलाके में मिली थी। मुंबई पुलिस ने फ़ौरन दबिश देकर शाहनवाज को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में शाहनवाज ने बताया कि दिसंबर 2021 में उसकी पीड़ित लड़के से मुलाकात ऑनलाइन गेम के दौरान हुई थी। कुछ समय बाद दोनों खेल को जीतने की ट्रिक आदि के बारे में बात करने लगे। शाहनवाज ने पीड़ित लड़के से पहली बार ज़ाकिर नाइक की तकरीर के बहाने मजहबी चर्चा की थी। 23 वर्षीय शाहनवाज का मोबाइल और कम्प्यूटर सीज कर पुलिस ने कब्ज़े में लिया है।
बतातें चलें कि गाजियाबाद पुलिस ने 30 मई को FIR दर्ज कर ऑनलाइन धर्मान्तरण के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया था। इस नेटवर्क के तार 4 राज्यों में जुड़े पाए गए थे। धर्मान्तरण के इस रैकेट के आरोपित नाबालिग बच्चों का गेम के बहाने ब्रेनवॉश करते थे। इस काम के लिए पाकिस्तानी मौलानाओं की वीडियो दिखाई जाती थी।