जब आप भारत की राजधानी दिल्ली में अगर कभी घूमने आएँ तब आपको पता चलेगा कि आप “शाहजहां” रोड़ से निकलकर “अकबर” रोड़ पर पहुँच जायेंगे |
आगे जाकर “बाबर” रोड़ पर मुड जायेंगे | फिर “हुमायं” रोड़ पर सीधे चले जाइयेगा |
आगे गोल चक्कर मिलेगा जहाँ से आप “तुगलक” लेन में घुस जायेंगे | “औरंगजेब” रोड़ पर आगे बढेंगे तो “सफदरजंग” रोड़ आ जाएगी , |
इसके बाद तुगलाकबाद एवं जामिया नगर होते हुए कुतुबमीनार तक जाइए….
और जब इस सूफियाने माहौल में दम घुटने लगे तो “सराय कालेखाँ” होते हुए “निजामुद्दीन” रेलवे स्टेशन से अपने शहर की रेलगाड़ी में बैठिएगा और घर वापस आ जाइयेगा और घर बैठ कर सोचते रहिये……………दिल्ली भारत की राजधानी है या पाकिस्तान की ?
18 दिसम्बर को आ रही शाहरूख की मूवी को ना देखकर टिकट के 120×2=240 रूपए मैं चेन्नई आपदा के लिये प्रधानमंत्री राहत कोष में दूँगा..
एक छोटी सी पहल और उम्मीद है की ये पहल आगे जाकर पहाड़ बनेगी!!!!!