भुवनेश्वर। स्थानीय उत्कल अनुज हिंदी पुस्तकालय में ओडिशा के लोकप्रिय कृषि पर्व तीन दिवसीय रज पर्व के अंतिम दिवस पर स्वरचित कविता पाठ का आयोजन हुआ। आयोजन की मुख्य अतिथि नमिता दास,जनसेविका का स्वागत सुभाष चन्द्र भुरा ने दुपट्टा एवं पुस्तकालय का स्मृति चिह्न भेंटकर किया। आरंभ जानकारी अशोक पाण्डेय ने दी। उन्होंने रज के सामाजिक और धार्मिक महत्त्व को बताने के साथ-साथ जगन्नाथ जी के जन्मोत्सव देवस्नान पूर्णिमा की भी जानकारी दी।
मुख्य अतिथि नमिता दास ने बताया कि वे वाचनालय आकर बहुत खुश हैं जहां के प्रत्येक सदस्य के दिल में आत्मीय प्रेम है और वे सभी को खुश देखना चाहते हैं। गौरतलब है कि नमिता दास का परिवार अनन्य जगन्नाथ भक्त परिवार है जहां पर पूरे विधि-विधान के साथ देवस्नान पूर्णिमा अनुष्ठित होती है। अपने जन्मदिन पर जो वस्त्र चतुर्धा देवविग्रह धारण करते हैं वह नमिता दास के घर वाले भी जगन्नाथ जी को देवस्नान पूर्णिमा के दिन गजानंद वेष में पहनाते हैं। नमिता दास ने यह भी बताया कि वे जेनरल इंस्योरेंस से संबंधित सभी विवादित मामलों की सही वकालत कर इंस्योरेंस क्लेम दिलवाती हैं।
आयोजित कविता पाठ में मुरारीलाल लढानिया,मनीष पाण्डेय, रामकिशोर शर्मा,निशिथ बोस, सुधीर कुमार सुमन, आशीष कुमार साह ‘विद्यार्थी’, विद्युत प्रभा गनतायत ‘प्रभा’, विक्रमादित्य सिंह, किशन खण्डेलवाल, कविता गुप्ता तथा नरेंद्र कुमार जैन आदि ने अपनी अपनी कविताओं का वाचन किया।
मंच संचालन किशन खण्डेलवाल ने किया।