मायापुरी भारत की सबसे पुरानी और सबसे अधिक प्रसारित होने वाली हिंदी साप्ताहिक पत्रिका है। इसके प्रकाशन का सफर 1974 में शुरू हुआ और आज भी यह बॉलीवुड और फिल्मी गपशप की दुनिया में अपनी खास जगह बनाए हुए है। मायापुरी का यह सफर मायापुरी प्रकाशन समूह के साथ जुड़ा हुआ है, जिसकी नींव 1882 में अविभाजित पंजाब की राजधानी लाहौर में अरोरबंस प्रेस के नाम से पड़ी थी। विभाजन के बाद, समूह ने अपना मुख्य कार्यालय दिल्ली स्थानांतरित किया और ए.पी. बजाज के नेतृत्व में नई ऊंचाइयों को छुआ।
1974 में मायापुरी समूह ने भारत की पहली साप्ताहिक हिंदी फिल्म पत्रिका मायापुरी लॉन्च की। इस पत्रिका ने बहुत जल्द ही बॉलीवुड की दुनिया में अपनी एक विशेष पहचान बना ली। मायापुरी पत्रिका ने फिल्मी गपशप और बॉलीवुड खबरों को हिंदी पाठकों तक पहुँचाने का कार्य किया और इसे उत्तर भारत में सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली फिल्मी पत्रिका बना दिया।
मायापुरी पत्रिका की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसकी प्रति सप्ताह प्रसार संख्या 3,40,000 से अधिक है और पाठकों की संख्या 30,60,000 तक पहुंच चुकी है। यह पत्रिका हर हफ्ते नई-नई फिल्मी खबरों, गपशप और बॉलीवुड सितारों के इंटरव्यूज से भरी होती है। इसने हिंदी भाषी क्षेत्रों में फिल्मी दुनिया की खबरों को लोगों तक पहुँचाने का काम बखूबी किया है।
आज भी मायापुरी पत्रिका हिंदी फिल्मी गपशप की दुनिया में अपनी पकड़ बनाए हुए है। भारत के उत्तरी क्षेत्रों में इसकी व्यापक मांग है और यह नाई की दुकानों से लेकर स्टैंड पर आसानी से उपलब्ध होती है। इस पत्रिका की एक खास पहचान है उसकी चमकदार आवरण और अंदर की रोचक सामग्री, जो इसे पाठकों के बीच बेहद लोकप्रिय बनाती है।
मायापुरी ने अपने स्थापना से लेकर आज तक भारतीय मीडिया जगत में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसने बॉलीवुड के हर छोटे-बड़े समाचार को हिंदी भाषी पाठकों तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई है। मायापुरी समूह की यह पहल और उसके बाद की सफलता एक प्रेरणास्रोत है, जो यह दर्शाता है कि सही समय पर सही कदम उठाकर किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त की जा सकती है।
मायापुरी पत्रिका न सिर्फ एक फिल्मी गपशप पत्रिका है, बल्कि यह भारतीय सिनेमा और उसकी बदलती तस्वीर की साक्षी भी है। यह भारतीय फिल्म उद्योग और उसके प्रशंसकों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करती है और इसे आगे भी जारी रखने का प्रयास करती रहेगी।