झारखंड।
शिव मंदिर प्रांगण में आर्ष कन्या गुरुकुल की बेटियो की ओर से शुद्धि यज्ञ कराया और आचार्यों ने आयोजन को संपन्न कराया। इस दौरान सभी का जनेऊ भी कराया गया।
झारखंड में गत 4 सितंबर, 2024 को 67 परिवारों के 120 लोगों ने सनातन वैदिक धर्म में वापसी की। सभी लोगों ने चंगाई सभा में बीमारी ठीक करने और परेशानी के साथ साथ भूत भगाने के भ्रम में पड़कर ईसाई धर्म अपनाया था।
यह हजारीबाग के इचाक के बरकाखुर्द की घटना है।
शिव चर्चा के बहाने येशु चर्चा कर किया गया भ्रमित
धर्मांतरण करने वाले लोगों ने बताया कि उन्हें पहले सत्संग के नाम पर बुलाया गया और फिर शिव चर्चा के बहाने येशु चर्चा कर भ्रमित किया गया। इस दौरान कई महिलाओं ने बताया कि पदमा प्रखंड के अडार गांव में शिव कुमार यादव झाड़ फूंक करने के बहाने सभी को प्रशिक्षित करता है। उन्हीं के कहने पर वे लोग भी इसमें शामिल हुए थे और इसके लिए पैसे दिए गए थे।
जिला परिषद प्रतिनिधि अशोक मेहता और उसकी टीम के अगुवाई में धर्म वापसी अभियान चलाया गया था।
पूरे कार्यक्रम के दौरान विहिप के प्रांतीय संगठन मंत्री देवी सिंह, प्रांतीय अध्यक्ष चंद्रकांत रायपत, भाजपा जिला अध्यक्ष श्रद्धानंद सिंह, ओबीसी मोर्चा के युवा अध्यक्ष अमरदीप यादव, विहिप के जिला मंत्री अरविंद मेहता, बजरंग दल के संयोजक प्रशांत कुमार सिंह, हिंदू युवा संघ के मनोज मेहता, सुजीत मेहता, संस्कार भारती के कुमार केशव, डॉक्टर प्रमोद कुमार, डॉक्टर कौशल मेहता, एकल विद्यालय की शिक्षिकाएं धर्म प्रसारक संघ के सदस्य के अलावा बरका खुर्द रतनपुर, मनाई आदि मौजूद थे।
कलाद्वर, दरिया सायल खुर्द, सायल कला और ममारख टोला समेत प्रखंड के हजारों सनातनी मौजूद थे।
धर्म वापसी करने वाले लोग रविदास मेहता और भुईंया समाज से जुड़े लोग हैं। उन लोगों से आचार्य पुष्पा शास्त्री के नेतृत्व में हवन कराया गया।
उन्होंने कहा कि समाज को बांटने की सुनियोजित साजिश चल रही है। जो कमजोर हैं, लोग उसे निशाना बना रहे हैं, मजबूत बनेंगे तो ऐसे लोग पास भी नहीं आएंगे।
(वर्तमान में शुद्धि ही आपकी आने वाली पुश्तों की रक्षा करने में सक्षम हैं। याद रखें आपके धार्मिक अधिकार तभी तक सुरक्षित हैं, जब तक आप बहुसंख्यक हैं। इसलिए अपने भविष्य की रक्षा के लिए शुद्धि कार्य को तन, मन, धन से सहयोग कीजिए। )
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