भुवनेश्वर। स्थानीय तेरापंथ भवन में बिस्वास,भुवनेश्वर ने हर्षोल्लास के साथ मकरसंक्राति बंधुमिलन मनाया।बिस्वास के अध्यक्ष राजकुमार सिंह ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने बताया कि बिस्वास पिछले लगभग 25 वर्षों से भुवनेश्वर जनपद पर निःस्वार्थ समासेवा का कार्य करते आ रहा है। यह एक सरकारी पंजीकृत सामाजिक कल्याण संगठन है। उन्होंने यह भी बताया कि संस्था बिहार के परम्परागत पर्व-त्यौहारों जैसेः छठ,होली और मकरसंक्राति प्रतिवर्ष सामूहिक रुप से मनाते चली आ रही है।कार्यक्रम की आरंभिक जानकारी अशोक पाण्डेय ने दी।उन्होंने मकरसंक्राति को सूर्यदेव पूजा का एक महोत्सव बताया क्योंकि मकरसंक्राति के दिन ही सूर्यदेव उत्तरायण होकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं।
इस अवसर पर स्थानीय मशहूर बांसुरीवादक रत्नाकर त्रिपाठी उर्फ तनु जी ने अपनी सुमधुर बांसुरी धुन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।स्थानीय नामी हिन्दी कवि विक्रमादित्य सिंह ने मकरसंक्रांति पर स्वलिखित कविता का सस्वर वाचनकर सभी को मकरसंक्राति के दिन तील और तिलकूट खाने के महत्त्व को स्पष्ट कर दिया।अवसर पर बिस्वास-परिवार के बच्चों की एक प्रश्नमंच प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसके विजेताओं को बिस्वास के पदाधिकारियों द्वारा पुरस्कृत भी किया गया।अंत में, सभी ने खिचड़ी-चोखा,दही-चूड़ा,तिलकूट, लिट्टी-चोखा और ताजे तैयार चटपटे व्यंजनों का सामूहिक स्वाद राक्षिभोज के रुप में ग्रहण किया।