चीन के डीपसीक के AI मॉडल्स की सफलता ने अमेरिकी तकनीकी उद्योग में हलचल मचा दी है, जिससे अमेरिकी AI कंपनियों और निवेशकों में चिंता बढ़ी है। अमेरिका के शेयर बाजार में तबाही मच गई है. एआई पर काम करने वाली सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक एनवीडिया के शेयरों में 17 फीसदी की भारी गिरावट आई है. कंपनी का मार्केट कैप 590 बिलियन डॉलर कम हो गया है. अमेरिकी शेयर बाजार के इतिहास में किसी भी कंपनी को एक दिन में इतना बड़ा नुकसान कभी नहीं हुआ है. यह सब हुआ है चीन के नए AI असिस्टेंट कंपनी DeepSeek के कारण. हाल ही में, डीपसीक के AI मॉडल्स ने अमेरिकी प्रतिद्वंद्वियों के साथ तुलनीय प्रदर्शन किया है, जिसके परिणामस्वरूप वैश्विक तकनीकी शेयरों में गिरावट आई है।
AI तकनीक आमतौर पर बहुत महंगी होती है. अमेरिका की बड़ी AI कंपनियां जैसे Meta, OpenAI और Google, AI मॉडल बनाने और संचालित करने में अरबों डॉलर खर्च करती हैं. उदाहरण के लिए, Meta ने 2024 में AI पर $65 बिलियन खर्च करने की घोषणा की और OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने कहा था कि AI उद्योग को हाई पावर वाले डेटा सेंटर्स चलाने के लिए खरबों डॉलर निवेश की जरूरत होगी, DeepSeek R1 का इतने कम खर्च में बनना उद्योग के लिए एक बड़ी सीख है. यह दिखाता है कि AI तकनीक को कम निवेश में भी बेहतर बनाया जा सकता है. टेक निवेशक मार्क आंद्रेसेन ने इसे “AI का स्पुतनिक मोमेंट” कहा है. DeepSeek की ऐप ने भी लोकप्रियता हासिल की है. यह ऐप ChatGPT को पीछे छोड़ते हुए ऐप स्टोर की टॉप चार्ट में शामिल हो गई और इसे अब तक 20 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है.
अमेरिका ने राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से चीन को AI चिप्स और अन्य तकनीकों की आपूर्ति पर प्रतिबंध लगाया था. लेकिन DeepSeek ने यह साबित कर दिया है कि प्रतिबंधों के बावजूद कॉम्पिटिटिव AI मॉडल बनाए जा सकते हैं. इस उपलब्धि ने अमेरिका की टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री को चुनौती दी है. इससे न केवल अमेरिकी AI कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है. Nvidia के शेयर 12% गिर गए, वहीं Meta, Google, और Palantir जैसी कंपनियों के शेयर भी नुकसान में रहे.
डीपसीक (DeepSeek) एक चीनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी है, जो बड़े भाषा मॉडल (LLM) विकसित करती है। कंपनी की स्थापना 2023 में हेज फंड हाई-फ्लायर द्वारा की गई थी। डीपसीक ने कई संस्करण जारी किए हैं, जिनमें डीपसीक-V3 शामिल है, जो GPT-4 जैसे अन्य LLM के साथ प्रतिस्पर्धा करता है।डीपसीक का चैटबॉट, डीपसीक-R1, Apple के अमेरिकी ऐप स्टोर पर शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है, जिससे अमेरिकी AI कंपनियों और निवेशकों में चिंता बढ़ी है।
डीपसीक के AI मॉडल्स को कम शक्तिशाली चिप्स का उपयोग करके प्रशिक्षित किया गया है, जो AI विकास में पश्चिमी हार्डवेयर पर निर्भरता को चुनौती देता है। ये मॉडल कोड जनरेशन, गणितीय तर्क, और संदर्भ प्रबंधन में उत्कृष्ट हैं, और क्लोज़्ड-सोर्स मॉडलों के लिए एक मजबूत और कुशल विकल्प हैं।
कंपनी ने अब ऐसे एआई मॉडल विकसित किए हैं जो ओपन-सोर्स हैं और दुनिया भर के डेवलपर्स को अपनी तकनीकों को बेहतर बनाने में मदद कर रहे हैं. यह ओपन-सोर्स डीपसीक-वी3 मॉडल द्वारा संचालित है, जिसके बारे में इसके शोधकर्ताओं का दावा है कि इसे 6 मिलियन डॉलर से भी कम में विकसित किया गया था.
ऐप क्या करता है? ऐप स्टोर पर इसके विवरण के अनुसार, इसे “आपके सवालों के जवाब देने और आपके जीवन को कुशलता से बेहतर बनाने के लिए” डिजाइन किया गया है.चीन का AI असिस्टेंट अमेरिका में सबसे ज्यादा रेटिंग वाला और डाउनलोड किया जाने वाला मुफ्त ऐप बन गया है. DeepkSeek ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर अमेरिका के प्रभुत्व के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इससे अमेरिका के टेक मार्केट में तहलका मचा है और ChatGPT, Gemini और Claude AI जैसी कंपनियां हिल गई हैं.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सिलिकॉन वैली के वेंचर कैपिटलिस्ट मार्क एंड्रीसेन ने डीपसीक को एआई में सबसे आश्चर्यजनक और प्रभावशाली सफलताओं में से एक बताया है. डीपसीक का नवीनतम ऐप अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा चैटजीपीटी निर्माता ओपनएआई, सॉफ्टबैंक और ओरेकल के साथ $500 बिलियन के नए उद्यम की घोषणा के कुछ ही दिनों बाद आया है, जिसे स्टारगेट नाम दिया गया है.