मुंबई
जांच से बचने के लिए महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल के पैसे ऐंबुलेंसों में भरकर कोलकाता ले जाए गए थे। इसके बाद उन्हें पश्चिम बंगाल से बाहर की कंपनियों के अकाउंट्स में भेज दिया गया। इन पैसों से उन्हीं कंपनियों के शेयर खरीदे गए, जिनका मालिक खुद भुजबल परिवार था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को भुजबल से पूछताछ करनी शुरू की। भुजबल से पूरे दिन नॉन-स्टॉप पूछताछ के दौरान उन्हें टॉइलट और चाय के लिए महज कुछ ब्रेक दिए गए। तकरीबन 10 घंटे तक चली पूछताछ के बाद रात 10 बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मंगलवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया जाना है।
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि इन संदेहास्पद लेनदेन के बारे में भुजबल के सामने बहुत से आंकड़ें पेश किए जाएंगे। इसमें कोलकाता के उन कारोबारियों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी, जिन्होंने उनकी कंपनी में इन्वेस्ट किया है। शाम होते-होते यह साफ हो गया कि सचमुच ईडी के पास ‘टन भर आंकड़ें’ हैं जिनसे पता चलता है कि पैसे राज्य से बाहर कैसे ले जाए गए और कैसे उन्हें वापस लाया गया।