राजनांदगांव। रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु के मुख्य आतिथ्य और रेल राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा, रेल बोर्ड के चेयरमैन श्री ए.के.मित्तल सहित रेलवे के अन्य शीर्ष अधिकारियों के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित भव्य समारोह में, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के उप महाप्रबंधक श्री हिमांशु जैन, रेल मंत्रालय, रेल बोर्ड के 61 वें राष्ट्रीय रेल पुरस्कार से सम्मानित होंगे। उत्कृष्ट कार्य निष्पादन और विभागीय जिम्मेदारियों के निर्वहन में उल्लेखनीय सफलता के लिए हिमांशु को रेलवे का यह उच्च अवार्ड भुवनेश्वर के कीट विश्वविद्यालय के विशाल आडिटोरियम में 16 अप्रेल को प्रातः 11 बजे से आयोजित राष्ट्रीय स्तर के गरिमामय समारोह में प्रदान किया जायेगा। ज्ञात रहे कि गत वर्ष ही हिमांशु को रेलवे के महानिदेशक पदक से नवाज़ा गया था और इस वर्ष यह नेशनल अवार्ड उनकी उपलब्धियों में एक अहम कड़ी के रूप में जुड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि दिग्विजय कालेज के प्रोफ़ेसर डॉ.चन्द्रकुमार जैन और श्रीमती ममता जैन के सुपुत्र हिमांशु जैन वर्तमान में बिलासपुर ज़ोन मुख्यालय में रेलवे के डीजीएम के पद पर अपनी सेवायें दे रहे हैं।आईआईटी मुंबई से प्रावीण्यता के साथ एम.टेक की उपाधि प्राप्त हिमांशु ने इससे पहले अपनी दक्षता और कार्य कुशलता का परिचय देते हुए वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूरसंचार अभियंता के रूप में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ज़ोन के कई कार्यों को कामयाबी के मुकाम और नए अंजाम तक पहुँचाया तथा बिलासपुर रेल मंडल के विकास में विशेष भूमिका निभाई।
हिमांशु जैन के नेतृत्व में प्रभावी क्रियान्वयन से बिलासपुर डिविज़न के जैतहरी, हर्री सेक्शन में 28 किलोमीटर लम्बे दोहरीकरण के कार्य को समयबद्ध कार्यक्रम बनाकर पूर्ण किया गया। इसी तरह हिमांशु के हिस्से में मल्टी डिसीप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर बिलासपुर, आईआरआईएसईटी, सिकंदराबाद को वीडियो कांफ्रेंसिंग सिस्टम से जोड़कर ई-लर्निग का नया अध्याय शुरू करने, इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग सिस्टम में फैट सेटअप का आगाज़ करने, बिलासपुर दिवसं के डाटालॉगर नेटवर्क का संवर्धन करने के अलावा रिमोट पद्धति से बिलासपुर-बीकानेर भगत की कोठी एक्सप्रेस का रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु के हाथों शुभारम्भ की व्यवस्था को सुसंपादित करने जैुसे विविध महत्त्व के कार्य मील के पत्थर सिद्ध हुए हैं। विभागीय कार्यों के अलावा हिमांशु जैन ने समस्त प्रबंधकीय तथा नेतृत्वकारी प्रयासों के साथ-साथ रेलवे की तमाम जनोपयोगी पहल के प्रति निरंतर सकारात्मक सरोकार के अलावा रेल परिवार की सांस्कृतिक, शैक्षणिक व क्रीड़ा सम्बन्धी गतिविधियों के संयोजन में भी अपनी समर्पित सेवा की मिसाल कायम की है।