पश्चिम रेलवे के दो टिकट चेकिंग कर्मचारियों की सतर्कता के कारण हाल ही में एक लोकल ट्रेन के प्रथम श्रेणी डिब्बेमें जाली सीज़न टिकट पर सफ़र कर रहे यात्रियों को पकड़ा गया।
मीरा रोड तथा बोरीवली के मध्य प्रथम श्रेणी डिब्बे में यात्रियों के टिकट चेकिंग के दौरान पश्चिम रेलवे के प्रधानटिकट परीक्षक श्री मोहम्मद कुरैशी तथा श्री अब्दुल अजीज ने एक व्यक्ति का टिकट माँगा, जो अपनी अपनी के साथ यात्राकर रहा था। यात्री ने अपना प्रथम श्रेणी त्रैमासिक सीज़न टिकट दिखाया। प्रथम दृष्टि में यह टिकट सामान्य टिकट की तरहदिखा, परन्तु ध्यान से देखने पर टिकट परीक्षकों को उस पर शक हुआ। गहन परीक्षण के बाद सीज़न टिकट में कईविसंगतियाँ जैसे छपे लोगो तथा प्रिंट के फॉन्ट में अंतर पाया गया। इन टिकटों पर समान यूटीएस संख्या, वाटर मार्क तथाऑपरेटर आई डी भी नहीं थी। परन्तु टिकट परीक्षकों ने विशेषकर इस बात से इसके जाली होने का अनुमान लगाया कित्रैमासिक सीज़न टिकट पर 4355 रु. के किराये के स्थान पर 4330 रु. छपा हुआ था।
दोनों यात्रियों को जीआरपी को सुपुर्द कर दिया गया तथा आईपीसी की धारा 465, 471, 474, 420 के अंतर्गत उनपर एफ आर आई दर्ज की गई। इसके पश्चात उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने यह टिकट एक व्यक्ति से प्रत्येक के लिए2000 रु. देकर खरीदे थे। मामले की पड़ताल की जा रही है।