मुंबई के 31 फ्लाईओवर ब्रिज पर महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल ने (एमएसआरडीसी) अबतक 119 करोड़ 44 लाख 5 हजार 750 रुपए मेंटेनेंस पर खर्च किए हैं जिसका टोल वसूल करने के लिए मुंबई के 5 एंट्री पॉइंट का ठेका महज रु 2242.35/- करोड़ में एमईपी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड इस कंपनी को देने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को एमएसआरडीसी ने दी हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने महाराष्ट्र राज्य के सार्वजनिक निर्माण मंत्री चंद्रकांत पाटील से मुंबई के पाच एंट्री पॉइंट पर वसूल किए जानेवाले टोल वसूली की जानकारी मांगने पर गलगली की अर्जी एमएसआरडीसीे के पास हस्तांतरित की गई। एमएसआरडीसी के कार्यकारी अभियंता मुक्तेश वाडकर ने अनिल गलगली को जानकारी उपलब्ध कराई उसमें एमईपी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड इस कंपनी को दिए हुए ठेके से जुड़े दस्तावेज थे। वर्ष 2010-11 के पहले एमएसआरडीसी खुद टोल वसूल करती थी। वर्ष 1999-2000 में रु 28.35/- करोड़ , वर्ष 2000-2001 में रु 56.57/- करोड़ , वर्ष 2001-2002 में रु 65.12/- करोड़ , वर्ष 2002-2003 में 476.84/- करोड़ , वर्ष 2008-2009 में 68.65/- करोड़ और वर्ष 2009-2010 में 231.39/- करोड़ वसूल किया था वहीं वर्ष 2003-2004 से वर्ष 2007-2008 इस 5 वर्ष के आकड़े एमएसआरडीसी के पास मौजूद नहीं हैं। वर्ष 2010-2011 में एमईपी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड इस ठेकेदार कंपनी को दिनांक 19 नवंबर 2026 तक टोल वसूली का ठेका दिया गया हैं जिसके ऐवज में एमएसआरडीसी ने रु 2242.35/- करोड़ एकमुश्त ली हैं। वर्ष 1999-2000 से वर्ष 2015-2016 इन 17 वर्षों में 119 करोड़ 44 लाख 5 हजार 750 रुपए मेंटेनेंस पर खर्च किए हैं।
1,058 करोड़ के 31 फ्लाईओवर
एमएसआरडीसी ने अनिल गलगली को जानकारी दी कि मुंबई के 31 फ्लाईओवर के निर्माण पर एमएसआरडीसी ने 1058 करोड़ 34 लाख 66 हजार 885 रुपए खर्च किया है जिसका खर्च मुंबई के 5 एंट्री पॉइंट बनाकर वसूल किया जा रहा हैं। वेस्टर्न कॉरिडोर पर 228 करोड़ 79 लाख 95 हजार 916 रुपए खर्च किया गया जिसमें आरे गोरेगाव, दत्तपाडा, जीएमएलआर, जयकोच,कालीना- वाकोला, माहिम, नेशनल पार्क और रानी सती मार्ग इन 8 फ्लाईओवर का समावेश हैं। ईस्टर्न फ्लाईओवर के अंतर्गत 241 करोड़ 40 लाख 99 हजार 450 रुपए यह छेडानगर, एजीएलआर, सीएसटी- कुर्ला, जीएमएलआर, गोल्डन डाईज, जेवीएलआर, नितिन कास्टिंग एंड कैडबरी, सायन और विक्रोली फ्लाईओवर निर्माण पर खर्च हुए थे। ऐरोली फ्लाईओवर निर्माण पर 173 करोड़ 57 लाख 55 हजार और 891 रुपए खर्च किए गए थे वहीं तर एलबीएस मार्ग पर कांजूरमार्ग, जेवीएलआर- गांधीनगर, जेवीएलआर- साकीविहार फ्लाईओवर के निर्माण पर 126 करोड़ 91 लाख 21 हजार 889 रुपए खर्च हुआ था। मुंबई शहर के जेजे अस्पताल, एन एम जोशी और सेनापती बापट मार्ग फ्लाईओवर के निर्माण पर 144 करोड़ 81 लाख 50 हजार 864 रुपए एमएसआरडीसी ने खर्च किया था। सायन पनवेल कॉरिडोर के अंतर्गत 142 करोड़ 83 लाख 42 हजार 876 रुपए बीएआरसी, चेंबूर-मानखुर्द लिंक रोड, खारघर,कोकण भवन, नेरुल, तलोजा, वाशी और कोकण भवन स्थित अंडरपास का चौहरीकरण पर खर्च किया हैं।
टोल वसूली की जानकारी नहीं दी
गत 5 वर्ष में एमईपी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड इस टोल कंपनी नेे कितना टोल वसूल किया हैं और गाडियों की संख्या की जानकारी अनिल गलगली ने पूछी थी लेकिन उन्हें इस मामले की गत 5 वर्ष की जानकारी नहीं दी गई। अनिल गलगली के अनुसार इसमें से अधिकांश फ्लाईओवर का निर्माण वर्ष 2000 के पहले का हैं और निर्माण खर्च सरकारी खजाने से होने से टोल वसूली क्यों की जा रही हैं और एमईपी जैसी निजी कंपनी को टोलवसूली के जरिए मुनाफा कमाने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा हैं, इसपर आश्चर्य व्यक्त किया हैं। एक ओर राज्य सरकार टोल बंद करने की भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं जबकि असल में ऐसा किसी भी तरह का प्रस्ताव न होने की बात एमएसआरडीसी नेे स्पष्ट की हैं।
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अनिल गलगली
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