मुंबई। सवारी एवं माल डिब्बा कारखाना, माटुंगा मे आयोजित शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में श्री सुरेश प्रभु ने कहा कि भारतीय रेल पर मौजूदा 65000 डिब्बों को उच्चतर मानको के अनुसार अपग्रेड / रिट्रोफिट तथा यात्री हितैशी बनाया जाएगा जिसकी तुलना यूरोपियन मानको से भी जा सकती है। उन्होने कहा कि वस्तुत: महामना एक्सप्रेस के डिब्बे इतने अच्छे है कि लोग विदेशी समP रहे थे। उन्होने यह भी कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री है जिन्होने रेलवे की ओर विशेष ध्यान दिया है। पिछले दो वर्षो मे रेलवे के निवेश में कई गुना वृध्दि हुई है। डेडीकेटड फ्रेट कारिडोर महाराष्ट्र को देश के अन्य भागो से जोडेंगा, जिसके लिए 85 हजार करोड रूपए की राशि केबिनेट द्वारा स्वीकृत की गई हैं।
इससे पूर्व प्रभुु कारखाने के कर्मचारियों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। उन्होने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ केवल एक स्लोगन नही है बल्कि यह हमारे लिए एक मिशन है।
श्री सुरेश प्रभु ने कहा कि रेलों के कर्मचारी हमारी परिसंपत्ति है और जब रेलवे आगे बढ़ती है तो देश भी आगे बढ़ता है। इस अवसर मे उन्होने शताब्दी स्मारिका ‘प्रेरणा’ का भी विमोचन किया।
इस अवसर पर श्रीमती स्नेहल आंबेकर, माननीय मेयर, मुंबई,श्री अरविंद सांवत, डॉं.किरीट सोमैय्या, श्री हुसैन दलवाई, माननीय संसद सदस्य श्री आशीष शेलार, श्री कालीदास कोलंबकर, माननीय विधायक उपस्थित थे।
करी रोड रेलवे स्टेशन पर उन्होने नए उपरी पैदल पुल की आधारशिला रखी। इस अवसर पर मुंबई की माननीय मेयर श्रीमती स्नेहल आंबेकर, श्री अरविंद सांवत, माननीय संसद सदस्य उपस्थित थे। इसके पश्चात श्री सुरेश प्रभु ने कल्याण – मुंबई छत्रपति शिवाजी टर्मिनस लोकल से करी रोड से मुंबई छत्रपति शिवाजी टर्मिनस तक यात्रा की और मार्ग में यात्रियों से संवाद स्थापित किया। रेल मंत्री को अचानक अपने बीच पाकर यात्रियों को हैरानी हुई। श्री प्रभु ने यात्रियों से रेल समस्याओं पर बात कर सबका दिल जीत लिया।