जबलपुर। ‘अरे भैया, ये मेरा आई कार्ड है। टिकट दे दो। दूसरी विंडो पर भी तो आई कार्ड देखकर ही टिकट दी जा रही है, फिर आप क्यों नहीं दे रहे। ये बातें सुनने के बाद भी जबलपुर स्टेशन स्थित आरक्षण केन्द्र के बुकिंग क्लर्क ने यात्री को टिकट देने से इनकार कर दिया। वह अड़ा रहा कि पहले फोटोकॉपी लेकर आओ। परेशान यात्री को स्टेशन से दूर डिलाइट टॉकीज क्षेत्र में फोटोकॉपी कराने जाना पड़ा, जहां सुबह दुकानें भी नहीं खुली थीं। आहत यात्री ने रेलमंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट कर शिकायत कर दी। उसने पश्चिम मध्य रेल के जीएम को भी ट्वीट कर दिया। ट्वीट होते ही अफसर हरकत में आ गए और इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
‘पत्रिका’ कार्यालय आकर व्यवसाई नानक बजाज ने बताया कि वे सुबह 8 बजे मुख्य स्टेशन के आरक्षण केन्द्र पहुंचे थे। साढ़े आठ बजे उन्हें टोकन मिला। इसके बाद वे विंडो पांच पर पहुंचे। यहां उन्होंने ओवरनाइट एक्सप्रेस का जबलपुर से इंदौर तक का कन्फर्म टिकट लिया। पीएनआर क्रमांक 840-2694689 है। बजाज ने बताया कि टिकट बनाने के दौरान उन्होंने बुङ्क्षकग क्लर्क को अपना आईडी कार्ड दिखाया, लेकिन वह फोटोकॉपी देने के लिए अड़ गया। जब उससे कहा गया कि फोटोकॉपी का नियम खत्म हो चुका है और दूसरे काउंटर पर भी आईडी कार्ड देखकर टिकट दी जा रही है, इसके बाद भी वह नहीं माना। मजबूर होकर उन्हें फोटोकॉपी के लिए जाने पड़ा और इसके लिए दुकान खुलने का इंतजार भी करना पड़ा।
डीआरएम ने शुरू कराई जांच
मामला रेलमंत्री व जीएम तक पहुंचने के बाद डीआरएम सुधीर कुमार ने मामले की जांच शुरू करा दी है। शाम को आरक्षण केन्द्र में पूछताछ चलती रही कि पांच नंबर विंडो पर सुबह किसकी ड्यूटी लगी थी। उक्त बुकिंग क्लर्क को तलब किया गया है। जिससे पूछताछ की जाएगी। इस मामले में चीफ रिजर्वेशन सुपरवाइजर से भी जवाब मांगा जाएगा कि फोटोकॉपी क्यों मांगी गई।
साभार-http://www.patrika.com/ से