इस्लामाबाद। जमात-उद-दावा के प्रमुख और मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद ने एक बेहद अप्रत्याशित बयान देते हुए कहा है कि उसका संगठन देश में हिंदू मंदिरों व उनके अन्य धार्मिक स्थलों को खत्म करने की अनुमति नहीं देगा। यहां हिंदुओं के पवित्र स्थलों की सुरक्षा की जिम्मेवारी मुस्लिमों की है।
मुंबई हमलों के मास्टर माइंड जमात-उद-दावा को 2002 में पाकिस्तान ने प्रतिबंध लगा दिया था जिसे बाद में हटा लिया गया। सिंध प्रांत के मातली शहर में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए सईद ने कहा, ‘हम देश में मंदिरों व अन्य पवित्र स्थानों को तोड़ने की अनुमति नहीं देंगे।
जमात-उद-दावा प्रमुख ने संगठन पर लगे चरमपंथ के आरोपों का खंडन किया। संगठन पर भारत की सीमा से सटे सिंध के थार के गरीबी से प्रभावित क्षेत्रों में सेमिनरी खोलकर चरमपंथ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया। डॉन के अनुसार, सईद ने कश्मीरी मुसलमानों से समर्थन की मांग की है।