श्री सुरेश प्रभु जिस दिन से रेल मंत्री बने हैं उसी दिन से रेलवे में परिवर्तन की झलक स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रही है। हां, आलोचक यह भी कह सकते हैं कि हमें ऐसा नहीं लगता, रेलवे उसी पुराने ढर्रे पर है। तो शायद उन्होंने दो साल के कामकाज की ठीक ढंग से समीक्षा नहीं की। रेल बजट प्रस्तुत करते समय रेल मंत्री ने ‘विजन-2020’ का लक्ष्य रखा। उन्होंने यात्री सुविधाओं, सफाई, तकनीकी और पारदर्शिता की जो घोषणाएं की थीं, वे आज जमीनी स्तर पर देखी जा सकती हैं।
स्टेशनों पर वाई-फाई, यात्रियों के लिए ई-केटरिंग, सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था, बॉयो-टॉयलेट, तत्काल काउंटर में सीसीटीवी, एसएमएस के जरिये सफाई, पेपरलैस वर्क और सोशल मीडिया के प्रयोग से रेलवे में सुधार हो रहा है। लोगों की अक्सर यह कहते सुना जाता था कि भारतीय रेल नहीं सुधरने वाली, पर अब उनके सुर बदले हैं। वे स्वीकार कर रहे हैं कि बदलाव हो रहा है और इतने बड़े सिस्टम को बदलने के लिए समय तो लगेगा ही, क्योंकि कहीं न कहीं पिछली सरकारों ने रेलवे पर ध्यान नहीं दिया। सरकार ने खरीद तथा रेलवे में होने वाली भर्ती के लिए भी सख्त मापदंड बनाए हैं।
भारतीय रेल में जो विशेष परिवर्तन दिखाई दिए है वह यह कि रेलगाडि़यों की गति बढ़ी है। आधुनिक तकनीकी का अधिक प्रयोग हो रहा है। सुविधाएं भी बढ़ाई गई हैं। चलती रेल में सफाई की, खाने की सभी सुविधाओं को रेल मंत्री ने बेहद गंभीरता से लिया है। कई हाई स्पीड रेलगाडि़यों का संचालन हुआ है। हालांकि अभी भी कई समस्याएं हैं, जिन्हें सरकार को दूर करना है। देश की जनता रेल ट्रैक और स्टेशनों पर गंदगी फैलाने से नहीं हिचकती। लोगों को लगता है कि हमें इससे क्या लेना-देना। इसके लिए जनसहभागिता से अभियान चलाना होगा और नगरिकों को जागरूक करना होगा। साथ ही स्टाफ को सजग व सतर्क रहने के लिए प्रशिक्षण देना होगा, ताकि दुर्घटनाओं से बचा जाए। टै्रक और रोलिंग स्टॉक का रखरखाव उचित तरीके से होना चाहिए। पिछली सरकार में रेलवे में भ्रष्टाचार की गूंजें सुनाई देती थीं पर वर्तमान सरकार के कार्यकाल में ऐसी कोई कहानी सुनने में नहीं आई। दो वर्ष के काम को देखा जाए तो स्पष्ट है कि जल्द ही रेलवे की तस्वीर बदल जाएगी।
(लेखक रेलवे में महाप्रबंधक रहे हैं)
मुख्य बातें
* 2020 तक ब्रॉडगेज से जुड़ेंगे पूर्वोत्तर के राजधानी शहर
‘ साफ-सफाई का बढ़ेगा स्तर
* यात्रियों की सुविधाओं के लिए रेलगाडि़यों के डिजाइन में
होंगे सुधार
योजनाएं
* माल भाड़े पर निर्भरता कम करने के लिए अनूठी वित्त योजनाएं
* जल्द ही चलेंगी द्रुतगति रेलगाडि़यां
* ढांचागत सुविधाओं में नए
प्रस्ताव तैयार
* कई स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई सुविधा
असर
* रेलगाडि़यों के आगमन- प्रस्थान में अब देरी नहीं
* इस साल ढांचागत सुविधाओं पर पिछले साल के मुकाबले दोगुने- 93,975 करोड़ रुपये खर्च
* स्टेशनों पर सुंदरता और स्वच्छता का विशेष ध्यान
साभार- http://panchjanya.com/ से