कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अज्ञातवास के बारे में अभी तक किसी को साफ तौर पर जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन आम आदमी पार्टी में मचे सियासी घमासान के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अगले कुछ दिनों तक बेंगलुरु में गार्डेन सिटी में अपनी सेहत का ख्याल रखते नजर आएंगे। केजरीवाल इलाज के सिलसिले में 5 मार्च को बेंगलुरु आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी के भीतर चल रही उठापटक के बीच 4 मार्च को दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने जा रही है और इसके बाद केजरीवाल बेंगलुरु के लिए रवाना हो जाएंगे।
केजरीवाल कफ, अस्थमा और डायबिटीज की समस्या से परेशान हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर वह बेंगलुरु के स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधानम संस्था (एसव्यासा) में इलाज के लिए जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस के एक समारोह में पिछली बार हुई मुलाकात में मोदी ने उन्हें यहां इलाज कराने की सलाह दी थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता एच वी शेषाद्रि के रिश्तेदार और नासा के पूर्व साइंटिस्ट डॉ एच आर नागेंद्र एसव्यासा के हेड हैं।
यह संस्था इससे पहले गुजरात सरकार के लिए नियमित तौर पर योग शिविर का आयोजन करती रही है। नागेंद्र ने बताया, 'प्रधानमंत्री मोदी की सलाह के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से मेरी बातचीत हुई थी। उन्होंने संभावित ट्रीटमेंट को लेकर कई सवाल पूछे। इलाज के दौरान उन्हें योग, क्रिया के अभ्यास के अलावा डॉक्टरों की सलाह पर कुछ दवाओं का सेवन करना होगा।'
नागेंद्र ने कहा, 'सामान्य तौर पर हमारा ट्रीटमेंट कुछ हफ्तों तक चलता है। इस दौरान संबंधित व्यक्ति को सुबह जल्दी उठने के साथ सात्विक जीवनशैली को अपनाना होता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री के पास समय की कमी है, इसलिए उन्हें उपचार के बीच काम करने की अनुमति होगी।'
उन्होंने कहा, 'हमने उन्हें इस बात का भरोसा दिया है कि डॉक्टरों की टीम उनका ख्याल रखेगी और इलाज के दौरान उन्हें थोड़ा काम करने की अनुमति होगी।' नागेंद्र ने कहा, 'हम उनका इंतजार कर रहे हैं।' दिल्ली में केजरीवाल को राजनीतिक घमासान से जूझना पड़ रहा है और ऐसे में उन्हें बेंगलुरु में थोड़े दिनों के लिए सही, इससे दूर रहने का मौका मिलेगा और वह अपनी सेहत पर ध्यान दे पाएंगे।
साभार-इकॉनामिक टाईम्स से.
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