२४ से २७ अक्टूबर तक आर्यसमाज रामनगर अम्बाला छावनी का २२ वां वार्षिकोत्सव सामवेद पारायण यज्ञ (आंशिक) के माध्यम से मनाया गया | यज्ञ के ब्रह्मा होशंगाबाद मध्य प्रदेश के आचार्य आनंद पुरुषार्थी जी थे जिन्होंने प्रतिदिन मन्त्रों की मार्मिक व्याख्या के माध्यम से वैदिक सिद्धांतों को स्पष्ट किया | वेदपाठी के रूप में सुयोग्य डॉ नरेश बत्रा जी (प्रधान आर्यसमाज )एवं सुश्री प्रियंका आर्या जी थे | जो दोनों ही गुरुकुलों के स्नातक व सनातन धर्म डिग्री कालेज में संस्कृत के प्राध्यापक है |आप दोनों ही ने उच्चारण की शुद्धता का तो ध्यान रखा ही और जनता जनार्दन को आपके उपदेशामृत के पान करने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ |
भजनोदेशक श्री संदीप वैदिक मुजफ्फरनगर ने सारगर्भित व्याख्या व मधुर भजनों से सभी का मन मोह लिया | प्रातः ६:३० से ९;३० व सायंकाल ४ से ७ तक यज्ञ भजन प्रवचन होते थे | पुरुषार्थी जी के आग्रह पर बाहर की संस्थाओ में प्रोग्राम सनातन धर्म इंटर कालेज एवं सेंट्रल जेल में उपदेश रखे गए |जिनका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला |लगभग २५ आर्यसमाजी साथ गए थे | इस जेल में १३०० कैदी है जिनमे ७० महिलाएं भी है |एक महिला ऐसी भी है जिनकी दया याचिका राष्ट्रपतिजी ने ख़ारिज कर दी है | उसने पति के साथ मिलकर अपने विधायक पिता ,सगे भाई भाभी सहित ९ व्यक्तियों का कत्लेआम किया है | पुरुषार्थी जी ने कैदियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए |आर्यों को कैदियों की बैरक भोजनालय पुस्तकालय आदि देखने का अवसर प्राप्त हुआ |सत्यार्थ प्रकाश भेंट की गई |आचार्य जी ने कैदियों से अपने बेटे बेटियों को गुरुकुलों में देने पर उनकी निशुल्क व्यवस्था का आश्वासन दिया |
अंतिम दिन पूर्णाहुति पर स्थानीय आर्यसमाजों से भी आर्य परिवार आये थे | स्कूल के बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम रखे गए थे | आर्य स्त्री समाज का योगदान न होता तो यह कार्यक्रम सफल होना कठिन था |मंत्री ने आर्यसमाज में एक कमरा बनाने हेतु ४० सीमेंट की बोरियों का आवाहन किया श्रद्धालुओं ने तुरंत घोषणा करके उसकी पूर्ति कर दी | ऋषि लंगर में सभी ने प्रेम से भोजन किया |
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कृष्ण कुमार
मंत्री आर्यसमाज
२९ रामनगर
अम्बाला छावनी हरयाणा