मुंबई की जिस महिला मिस्बाह कादरी ने मुस्लिम होने के नाते फ्लैट से निकाले जाने की बात कही थी वो खुद अपनी बात में फसती हुई नजर आ रही है। ब्रोकर के अनुसार मिस्बाह ने वो फ्लैट उनके माध्यम से लिया था, लेकिन उन्होंने उसका पैसा कई दिनों से नहीं दिया था और बिना बताए उस फ्लैट में रह रही थी।
इस संबंध में ब्रोकर ने कहा है कि सांघवी हाइट्स में कई और भी मुस्लिम परिवार रहते हैं, लेकिन उन्हें कभी कोई दिक्कत नहीं हुई। उसने कहा कि मामला केवल लेन देन का है उसे बेवजह इतना बढ़ाया जा रहा है। मिस्बाह कादरी ने ये आरोप लगाया था कि उन्होंने फ्लैट के लिए कई ब्रोकर्स से बात की लेकिन उनके मुस्लिम होने की वजह से कोई भी उन्हें फ्लैट दिखाने को तैयार नहीं हुआ।
कादरी के मुताबिक उनके साथ ये भेदभाव बहुत दिनों से किया जा रहा है। वो गुजरात से हैं और वहां तो ऐसा होता रहता था लेकिन मुंबई में भी उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है।
वहीं इस पूरे विवाद के सामने आने के बाद सांघवी हाइट्स के सुपरवाइजर राजेश से जब बात की गई तो उन्होंने ऐसे किसी भी मामले की जानकारी से इंकार किया था और महिला और ब्रोकर के बीच कोई विवाद होने की आशंका जाहिर की थी।