नई दिल्ली। शांतिदूत एवं जैन समाज के शीर्ष गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद् नित्यानंद सूरीश्वरजी के संयम अर्द्धशताब्दी महोत्सव का भव्य वार्षिक आयोजन 2 जुलाई 2017 को नई दिल्ली में प्रारंभ होगा। एक वर्ष तक चलने वाले इस महोत्सव का शुभारंभ तालकटोरा स्टेडियम में प्रातः 10ः00 बजे होगा जिसमें अनेक केन्द्रीय मंत्री, विशिष्ट राजनेता, संतपुरुष, साहित्यकार, पत्रकार आदि भाग लेंगे। देश भर से बड़ी संख्या में जैन समाज के प्रतिनिधि भी पहुंचेंगे। इसके लिए संयम अर्द्धशताब्दी महोत्सव राष्ट्रीय महासमिति का गठन किया गया है जिसके अध्यक्ष केन्द्रीय खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री रामविलास पासवान को बनाया गया है।
संपूर्ण राष्ट्र एवं राजधानी दिल्ली में इस महासमिति के माध्यम से अनेक भव्य आयोजन, संगोष्ठियां, सम्मेलन आदि आयोजित होंगे। जिनके माध्यम से देश और दुनिया में अहिंसा, शांति, सद्भावना, भाईचारा एवं जीवन मूल्यों की महक फैल सकेगी।
महोत्सव के मार्गदर्शक गणि राजेन्द्र विजयजी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस महोत्सव वर्ष में चारों जैन सम्प्रदाय के परम वंदनीय आचार्य एवं साधु-साध्वी अपना सान्निध्य प्रदान करेंगे जिनके द्वारा आचार्य नित्यानंद सूरीजी के मानवतावादी उपक्रमों एवं संस्कृति उत्थान के कार्यक्रमों के विषय पर उद्गार व्यक्त किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि आचार्य नित्यानंद सूरीजी इस वर्ष का अपना चातुर्मास जी. टी. करनाल रोड पर स्थापित वल्लभ स्मारक में अपने संपूर्ण साधु-संत परिवार के साथ करेंगे। जहां इस महोत्सव के अन्य आयोजन होंगे। चातुर्मासिक प्रवेश 5 जुलाई 2017 को होगा। दिल्ली में आयोजित होने वाले संयम अर्द्धशताब्दी महोत्सव की भव्य तैयारियां की जा रही हैं।
गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद् नित्यानंद सूरीश्वरजी के संस्कृति उत्थान, राष्ट्रीय एकता, नैतिक मूल्यों के जागरण, नशामुक्त एवं अहिंसक समाज निर्माण, साम्प्रदायिक सद्भावना, संस्कार एवं साधना-संयम की उत्कृष्ट पांच दशक की उपलब्धियों के लिए आपकी अभिवंदना का आयोजन एवं भव्य ग्रंथ का लोकार्पण समारोह अलग से आयोजित होगा।
गणि राजेन्द्र विजयजी ने बताया कि जैन संस्कृति और सांस्कृतिक धरोहरों को विकसित करने और उनके नये आयाम उद्घाटित करने के लिए गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद् नित्यानंद सूरीश्वरजी के उल्लेखनीय उपक्रम हैं। अहिंसा, शिक्षा एवं नैतिकता के उन्नयन के राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय अभियान में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आप एक तपस्वी एवं साधक पुरुष हैं। साहित्य सृष्टा के साथ-साथ धर्मक्रांति एवं समाजक्रांति के आप सूत्रधार हैं।
हिंसा और आतंकवाद के जटिल माहौल में अहिंसक जीवनशैली और उसके प्रशिक्षण का उपक्रम और विभिन्न धर्म, जाति, वर्ग, संप्रदाय के लोगों के बीच संपर्क अभियान चलाकर उन्हें अहिंसक बनने को आपके नेतृत्व में प्रेरित किया जा रहा है। आपके इन विशिष्ट उपक्रम एवं कार्यक्रमों के लिए अनेक पुरस्कार एवं सम्मान आपको प्राप्त हुए हैं जिनमें गांधी शांति पुरस्कार आदि हैं।
प्रेषकः
(ललित गर्ग)
सचिव: राष्ट्रीय संयम तप अर्धशताब्दी महेत्सव महासमिति
10, पंडित पंत मार्ग, नई दिल्ली
मो. 9811051133