वाशिंगटन। अमेरिका में नस्लीय हिंसा की शिकार भारतवंशी लड़की के इलाज के लिए लोग आगे आए हैं और उन्होंने जिंदगी और मौत से जूझ रही दृष्टि के लिए छह लाख डॉलर यानी करीब चार करोड़ रुपये इकट्ठा किए हैं। 13 साल की दृष्टि नारायण सातवीं क्लास का छात्रा है और 23 अप्रैल को दृष्टि को उस वक्त अमेरिका के एक पूर्व सैनिक इसैया पीपुल्स ने टक्कर मार दी थी, जब वह कैलिफोर्निया के सनीवेल में अपने माता-पिता के साथ सड़क पार कर रही थी।
इसैया पीपुल्स ने दृष्टि को मुस्लिम समझकर टक्कर मारी थी। इस घटना में दृष्टि, उसका नौ साल का भाई और माता-पिता सहित आठ लोग घायल हो गए थे। जानबूझकर गाड़ी चढ़ाने के मामले में 34 वर्षीय पीपुल्स पर मुकदमा चलाया जा रहा है। पीपुल्स सांता क्लारा काउंटी जेल में बंद है और वह मानसिक बीमारी से पीड़ित है।
दृष्टि के इलाज में बड़ी रकम की जरूरत को देखते हुए इंटरनेट पर गोफंडमी अभियान चलाया गया था। इसके तहत लोगों से पांच लाख डॉलर जुटाने का अनुरोध किया गया था। लेकिन लोगों ने बढ़चढ़ कर इसमें हिस्सा लेते हुए फंड की राशि को छह लाख डॉलर से भी ऊपर पहुंचा दिया।