अमिताभ बच्चन का मानना है कि आज स्टार्स की मौजूदगी में वैसी अदब व अहसान का भाव नहीं रहा, जैसा पूर्व में होना बहुत जरूरी था। अमिताभ ने ब्लॉग पर लिखा है कि लोगों के सामने आने की कला महज कुछ काम-धंधों ने संभाल रखी है।
उन्होंने कहा, ‘कलाकारों को अब उनकी मौजूदगी के लिए पैसे दिए जाते हैं। उनके भाषण, यात्राओं और बाकी चीजों की उन्हें कीमत दी जाती है। यह अब एक पक्की बात हो गई है।’
अमिताभ ने कहा, ‘मौजूदा समय में शीलता और अहसान का भाव नहीं झलकता, जो पूर्व में झलकता था… इसमें कोई बुराई नहीं है, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं, जो इससे बचते हैं।’
उन्होंने कहा कि जब सेवानिवृत्त चर्चित हस्ती को कार्यक्रमों और समारोहों में किसी तय विषय या विश्वास पर उनके विचारों को साझा करने के लिए आमंत्रित किया जाता है, तो कमाई के स्रोत बढ़ते हैं। उन्होंने कहा, ‘यह नाजुक व संवेदनशील मसला है, लेकिन मौजूदा समय में व्यावहारिक व चलन में है।’