दिल्ली के 23 वर्षीय फोटोग्राफर अंकित सक्सेना की बीते गुरुवार (1 फरवरी) को हत्या कर दी गई। आरोप है कि वह एक मुस्लिम लड़की, शहजादी से प्यार करता था। लड़की के परिवार को इस रिश्ते से ऐतराज था। 1 फरवरी की शाम को लड़की के मां-बाप, चाचा और नाबालिग भाई ने ख्याला थाने के रघुवीर नगर में अंकित पर शहजादी के अपहरण का आरोप लगाया। अंकित ने थाने चलकर मामला सुलझाने की बात कही तो विवाद बढ़ गया। पुलिस के अनुसार, इसी बीच शहजादी के पिता ने चाकू निकालकर अंकित का गला रेत दिया। बीच-बचाव करने आए अंकित के मां-बाप से भी हाथापाई हुई। अंकित को चाकू मारकर शहजादी का परिवार वहां से फरार हो गया। अस्पताल ले जाने पर अंकित को मृत घोषित कर दिया गया। फिलहाल सभी वयस्क आरोपी न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं। उधर, सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। अंकित की फेसबुक प्रोफाइल (www.facebook.com/ipsankit.saxena) से चुनिंदा तस्वीरें निकालकर वायरल की जा रही हैं, जिसमें अंकित विभिन्न धर्मों के प्रार्थना स्थलों में दिखाई दे रहा है। सोशल मीडिया पर अब यह बात उठ रही है कि ‘अंकित सेक्युलर था, फिर भी मारा गया।’
फेसबुक पर जो तस्वीरें वायरल हो रही हैं, उनमें से दो में अंकित किसी दरगाह में टोपी पहनकर दुआ मांगते दिख रहा है। ऐसी तस्वीर साझा करने वाले अंकित राज ने लिखा है, ”प्यार सेक्युलर होता है और प्यार करने वाले भी। क्यों अंकित के प्यार को “घर वापसी” और लव ज़िहाद का नाम देकर गन्दा कर रहे हो? देख लो इन तस्वीरों को मुहब्बत का मतलब पता चल जाएगा। प्रेम जाति और धर्म की जंजीरों मुक्त होता है। और हाँ, अंकित मरा नहीं है क्योंकि अहसास कभी मरता नहीं।” ऋषि मिश्रा नाम के शख्स ने ट्विटर पर लिखा, ”घेरे में दिख रहा शख्स अंकित सक्सेना है। यह तस्वीर उसके फेसबुक प्रोफाइल से ली गई हैं। जो दिखाती हैं कि वह सेक्युलर था।”