भारतीय रेल इंजीनियरी सेवा 1977 बैच के एक भूतपूर्व एवं मूर्धन्य चित्रकार सिविल इंजीनियर श्री जगदीश परिहार जहाँगीर आर्ट गैलरी में ‘डिफरेंट स्ट्रोक्स’ शीर्षक से तीसरी एकल प्रदर्शनी लेकर आये हैं। कुल मिलाकर श्री परिहार अपनी कला का प्रदर्शन अब तक 8 प्रदर्शनियों में कर चुके हैं।
श्री परिहार ने पेपर पर वॉटर कलर तथा कैनवास पर एक्रेलिक का उपयोग करते हुए अपने जीवन के घटनाक्रम की विभिन्न परिस्थितियों को उकेरा है। श्री परिहार ने रेलवे की नौकरी के साथ चित्रकारी के अपने शौक को निरंतर जारी रखा तथा बिना किसी टकराव के दोनों क्षेत्रों में आपसी समन्वय को बरकरार रखा। एक कलाकार को अपनी कला को एक विशिष्ट शैली में ढालने की आवश्यकता होती है, जिसे लोग आसानी से पहचान सकें। इस आम अवधारणा के विपरीत यह प्रदर्शनी श्री परिहार ने चित्रकार के रूप में ‘खुद को तलाश करने’ की प्रक्रिया के रूप में प्रदर्शित की है। श्री परिहार ने वर्ष 2006 तथा 2010 में जहाँगीर आर्ट गैलरी में अपनी एकल प्रदर्शनी आयोजित की थी, जिसे कला प्रेमियों द्वारा काफी सराहा गया था। इस बार वे ‘डिफरेंट स्ट्रोक्स’ शीर्षक से एक प्रदर्शनी ला रहे हैं, जो 4 दिसम्बर से 10 दिसम्बर, 2017 तक सुबह 11.00 बजे से शाम 7.00 बजे की अवधि में मुंबई स्थित जहाँगीर आर्ट गैलरी में दर्शकों के अवलोकनार्थ खुली रहेगी।