मुंबई के एक होटल में 12 दिसंबर को अदै्वता दास को ‘डॉक्टर मंडेला कैसेट पागल हुआ’ फिल्म के लिए बेस्ट एडिटिंग (स्टूडेंट) अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। उनके लिए यह गौरव का क्षण था। अवॉर्ड लेने के पहले पहले अदै्वता ने अपने फोन को रिकॉर्डिंग मोड में डाला और टेबल पर रख दिया। इसके बाद उन्होंने ट्रॉफी ली और लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस शख्स ने उन्हें अवॉर्ड दिया है, उसने सात साल पहले एफटीआईआई पुणे कैंपस में उनका यौन शोषण किया था।
मुंबई शॉर्ट्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में यह बात सुनकर सभी दंग रह गए। अदै्वता दास ने जिस शख्स पर आरोप लगाया है, उनका नाम निलांजन दत्ता है। एफटीआईआई पुणे के एसोसिएट प्रोफेसर निलांजन मुंबई शॉर्ट्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे। उन्होंने कहा, ‘2008 में एफटीआईआई फैकल्टी मेंबर दत्ता ने नशे की हालत में मेरा उत्पीड़न किया।’ इस अवॉर्ड समारोह के बाद यह वीडियो यू-ट्यूब पर पोस्ट कर दिया। 14 दिसंबर को अदै्वता दास फेसबुक पर लिखा, ‘उसके हाथ से अवॉर्ड लेते वक्त मैं खुद को रोक नहीं पाई। हर दिन मैं उसे घटना को भूला चाहती, उसे माफी करती…लेकिन उस समय मैं अपनी बात सामने रखना चाहती थी।’ यह पोस्ट अगले दिन फेसबुक से रिमूव हो गई। हालांकि, इसके बाद उन्होंने लिखा, ‘मुझे नहीं पता इसे क्यों हटा दिया गया।’
फोटो में बाएँ अद्वैता दास और दाएँ नीलांजना दत्ता
फोटो साभार- मिड डे से