भुवनेश्वर। 9जुलाई को भुवनेश्वर श्री वाणीश्रेत्र स्थित कीस जगन्नाथ मंदिर की ओर से बाहुडा यात्रा अनुष्ठित हुई। वहां के गुण्डीचा मंदिर में सुबह में चतुर्धा देव विग्रहों की मंगल आरती, मयलम,तडपलागी,,रोशन होम,द्वारपाल पूजा आदि संपन्न कर श्री जगन्नाथ मंदिर ,पुरी धाम की समस्त राति-निति का अनुपालन कर बाहुडा यात्रा अनुष्ठित हुई।चतुर्धा देवविग्रहों को पहण्डी विजय कराकर उनको रथारुढ कराया गया। तीनों रथों पर चंदनमिश्रित पवित्र जल छिडकर तथा सोने की मूठवाले झाडू से छेरापहंरा का पवित्र दायित्व निभाया तथा आत्मनिवेदन प्रस्तुत किया।
श्रीवाणीक्षेत्र कीस जगन्नाथ मंदिर के प्राणप्रतिष्ठाता प्रोफेसर अच्युत सामंत ने। देवी सुभद्रा के देवदलन रथ को महिलाओं ने खींचा।तालध्वज,देवदलन तथा नंदिघोष रथों के आगे-आगे गोटपुऊ नृत्य,ओडिसी नृत्य,भजन-संकीर्तन का भक्तमय समागम देखने योग्य था। 2022 श्री वाणीश्रेत्र कीस जगन्नाथ मंदिर की ओर से अनुष्ठित बाहुडा यात्रा में कुल लगभग तीस हजार जगन्नाथ भक्तों ने हिस्सा लिया।