Thursday, November 28, 2024
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शुभ संकल्प से आते हैं श्रेष्ठ आविष्कार : पवन कुमार जैन

भोपाल। व्यक्ति के संकल्प से उसका समस्त जीवन संचालित होता है। इसलिए हमें ध्यान रखना चाहिए कि संकल्प शुभ हो। क्योंकि, शुभ संकल्प से ही श्रेष्ठ आविष्कार का जन्म होता है। मोबाइल एप्लीकेशन्स बनाते समय भी हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए। यह विचार दूरसंचार प्रवर्तन एवं निगरानी, दूरसंचार विभाग के उपमहानिदेशक श्री पवन कुमार जैन ने ‘मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपमेंट’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में व्यक्त किए। संगोष्ठी का आयोजन माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय ने किया। एक दिवसीय संगोष्ठी के विभिन्न सत्रों में तकनीकी विशेषज्ञों ने भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया और उन्हें मोबाइल एप्लीकेशन की बारीकियां समझाईं।

दूरसंचार प्रवर्तन एवं निगरानी के उपमहानिदेशक श्री जैन ने कहा कि किसी जमाने में डिजिटल डायरी से शुरू हुआ सफर आज मोबाइल एप्लीकेशन तक आ पहुंचा है। आज आपकी जेब में सबकुछ उपलब्ध है। जो उपलब्ध नहीं है, उसे नई पीढ़ी को लाना है। विद्यार्थियों का नैतिक दायित्व देश और समाज के प्रति होना चाहिए। विद्यार्थियों को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी शिक्षा में आम समाज का बहुत बड़ा सहयोग है।

उन्होंने कहा कि आम आदमी के जीवन में सहूलियत आए, हमें अधिक से अधिक ऐसी कल्पनाएं करनी चाहिए और फिर उन कल्पनाओं को मूर्तरूप देने का प्रयास करना चाहिए। इस मौके पर मैप आईटी में मोबाइल गवर्नेंस विभाग के अधिकारी श्री मंचित चाडोकर ने डिजिटल भारत कार्यक्रम के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डिजिटल इंडिया के लिए अभी जो प्रयास किए जा रहे हैं, वे 2018 में मूर्तरूप में दिखने शुरू हो जाएंगे। श्री चाडोकर ने बताया कि प्रधानमंत्री चाहते हैं कि डिजिटल इंडिया के माध्यम से अधिक से अधिक पारदर्शिता आए और आम आदमी को सहूलियत मिले। उन्होंने बताया कि मोबाइल गवर्नेंस सस्ता माध्यम है, इसके लिए अधिक प्रशिक्षण की भी आवश्यकता नहीं है। यह आम समाज के लिए अधिक उपयोगी और प्रभावशाली है। श्री चाडोकर ने डिजिटल इंडिया के नौ आधारों के बारे में भी विद्यार्थियों को जानकारी दी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिसचिव श्री लाजपत आहूजा और डीन अकादमिक डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने भी विद्यार्थियों के साथ अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि तकनीक का स्वागत किया जाना चाहिए लेकिन मनुष्यता नहीं खोनी चाहिए। संगोष्ठी का संचालन कम्प्यूटर एवं एप्लीकेशन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अनुराग सीठा और आभार प्रदर्शन प्रो. सीपी अग्रवाल ने किया।

तकनीकी पहलुओं की जानकारी : उद्घाटन सत्र के बाद तकनीकी सत्रों में वेबदुनिया, इंदौर के तकनीकी विशेषज्ञ श्री रोहित मंडीवाल ने विद्यार्थियों को मोबाइल अनुप्रयोग विकास के लिए उपलब्ध विभिन्न प्लेटफार्मों तथा उनके टूल्स के बारे में जानकारी दी। एमपी ऑनलाइन के मोबाइल एप्स विशेषज्ञ श्री धीरज चौकसे ने मोबाइल अनुप्रयोग के विकास के विभिन्न चरणों और प्रक्रियाओं के बारे में बताया। वहीं, एमआई डिजिटल, भोपाल के मुख्य तकनीकी अधिकारी श्री विजेन्द्र सिंह भदौरिया ने मोबाइल अनुप्रयोगों में थर्ड पार्टी टूल्स तथा एपीआई जैसे गूगल मैप्स तथा जीपीएस के इंटीग्रेशन के बारे में प्रस्तुति देकर विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारी दी।

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