कोटा 19 फरवरी/ कोटा के युवा साहित्यकार किशन प्रणय की नयी पुस्तक ‘भ से भगत’ का पिछले दिनों दिल्ली में आयोजित विश्व पुस्तक मेला 2024 प्रगति मैदान में लोकार्पण हुआ।लोकार्पण में प्रख्यात साहित्यकार कवि डॉ नन्दकिशोर आचार्य, प्रसिद्ध कवियत्री और नाट्यशास्त्रज्ञ डॉ संगीता गुंदेचा और केंद्रीय संस्कृत अकादमी के कुलपति डॉ श्रीनिवास वरखेडी उपस्थित रहें
पुस्तक लोकार्पण में किशन प्रणय ने बताया कि यह पुस्तक भगतसिंह की विचारधारा को सहेजती पुस्तक है। युवाओं को उनकी आजादी के पीछे की वास्तविक विचारधारा से रूबरू करवायेगी। यह पुस्तक सूर्य प्रकाशन मंदिर बीकानेर से प्रकाशित है। उन्होंने बताया कि बचपन से मिले आध्यात्मिक माहोल से वह आध्यात्म से प्रेरित हैं और इसका प्रभाव उनके काव्य सृजन पर साफ झलकता है। इनका कहना है कि अध्यात्म भारतीय दर्शन का मुख्य केंद्र रहा है और हमारी संस्कृति विश्व में गुरुत्व को अध्यात्म की कहीं ना कही मुख्य भूमिका रखती है।
हिंदी काव्य संग्रह के रूप में बहुत हुआ अवकाश मेरे मन, बरगद में भूत, पोथी काव्य संग्रै (राजस्थानी), तत् पुरुस, पंचभूत राजस्थानी उपन्यास अबखाया का रींगटां और राजस्थान साहित्य अकादमी के आर्थिक सहयोग से प्रकाशित प्रणय की प्रेयसी आपकी प्रमुख प्रकाशित पुस्तकें हैं।
साहित्य के क्षेत्र में आपको राजस्थानी युवा महोत्सव 2021 में राजस्थानी नवगीतों पर शोध पत्र वाचन के लिये जवाहर कला केंद्र मे उत्कृष्टता का सम्मान से नवाजा गया। समरथ संस्थान साहित्य सृजन भारत द्वारा समरस श्री काव्य शिरोमणि सम्मान-2022,राजकीय पुस्तकालय कोटा राजस्थान द्वारा हिन्दी सम्मान पदक 2022 एवं कर्मयोगी सेवा संस्थान, कोटा द्वारा शान-ए-राजस्थान सम्मान -2022 से आपको सम्मानित किया गया।