Sunday, November 24, 2024
spot_img
Homeकविताभाग्य हमारा श्री रामलला आ रहे हैं अपने धाम को

भाग्य हमारा श्री रामलला आ रहे हैं अपने धाम को

भाग्य हमारा श्री रामलला आ रहे हैं अपने धाम को।
जन-जन में है खुशी और भज रहे हैं अपने प्रभु श्री राम को
स्वागत के लिए बैठा है हर भारत वासी अपने प्रभु श्री राम को
सज-धज कर तैयार है अलौकिक अयोध्या धाम अपने राम को
भाग्य हमारा श्री रामलला आ रहे हैं अपने धाम को।।
आनंदप्रद हुआ विश्व, दिन ये आया प्रभु श्री राम का
विश्व गा रहा है स्वागत गान अपने प्रभु श्री राम का
स्वर्ण कलश रखे हुए है, बंधे हुए हैं बंधन वार,
सजे हुए हैं हर द्वार प्रभु श्रीराम के स्वागत को
भाग्य हमारा श्री रामलला आ रहे हैं अपने धाम को।।
कर रहा है प्रतीक्षा विश्व सदियों से राम के दर्शन को
सरयू जोह रही बाट प्रभु श्रीराम के चरण पखारने को
धन्य हुआ सम्पूर्ण विश्व, प्रभु श्री राम के आने को
भाग्य हमारा श्री रामलला आ रहे हैं अपने धाम को।।
रघुनन्दन के लिए शबरी ने फूलों से सजाया है पथ को,
कर रही है इंतजार राम का अपने झूठे बेर खिलाने को
आएगा अब राम राज्य क्योंकि प्रभु आ गए हैं अपने धाम को
भाग्य हमारा श्री रामलला आ रहे हैं अपने धाम को।।

 

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार