चित्रनगरी संवाद मंच मुम्बई में कवयित्री अर्चना जौहरी के काव्य संग्रह ‘यादों की कतरन’ पर सार्थक चर्चा हुई। रविवार 19 नवम्बर 2023 को मृणालताई हाल, केशव गोरे स्मारक ट्रस्ट, गोरेगांव में आयोजित इस कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध कवि सुभाष काबरा ने अर्चना जौहरी से रोचक बातचीत की। अर्चना जौहरी ने अपने स्कूली दिनों से लेकर अब तक की रचना यात्रा पर प्रकाश डाला और अपनी चुनिंदा रचनाओं का पाठ किया।
दूसरे सत्र में आयोजित कवयित्री सम्मेलन में शायरा प्रज्ञा शर्मा ने ख़ूबसूरत अंदाज़ में ताज़ा ग़ज़ल और चुनिंदा नज़्में पेश करके श्रोताओं से भरपूर दाद वसूल की। सुमीता केशवा ने पुरुष दिवस पर पुरुषों के सम्मान में कविता सुनाई। एक सुन्दर गीत सुनाकर सुमीता जी ने साबित किया कि वे एक समर्थ गीतकार भी हैं। ज़िंदगी से जुड़ी हुई रेखा बब्बल की छोटी-छोटी कविताएं काफ़ी पसंद की गईं।
श्रुति भट्टाचार्य, रीमा राय सिंह और सविता दत्त ने काव्य पाठ के इस सिलसिले को आगे बढ़ाया। कॉलेज छात्रा वर्षा यादव ने चित्रनगरी संवाद मंच में पहली बार काव्य पाठ किया। सलीक़े से पेश की गई अपनी मर्मस्पर्शी कविताओं के ज़रिए वर्षा ने बेहतर सम्भावनाओं का संकेत दिया। श्रोताओं ने दिल खोलकर वर्षा की हौसला अफ़ज़ाई की। गायिका श्रीषा शर्मा ने पुरअसर अंदाज़ में सरस्वती वंदना पेश की। गायिका रतिका जौहरी ने अपने दिलकश गायन से श्रोताओं के दिलों के तार झंकृत कर दिए।
कार्यक्रम का एक और उल्लेखनीय पक्ष रहा डॉ मधुबाला शुक्ला का संचालन। मधुबाला जी ने हँसते मुस्कुराते हुए जिस सहजता और कुशलता के साथ कवयित्री सम्मेलन का संचालन किया उसकी श्रोताओं ने मुक्त कंठ से सराहना की। कई लोगों ने मधुबाला को व्यक्तिगत रूप से भी बधाई दी। इस नई शुरुआत के लिए मेरी ओर से भी डॉ मधुबाला शुक्ला को बधाई और शुभकामनाएं।
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