महात्मा गाँधी राजकीय अस्पताल, जोधपुर में भर्ती 300 से ज्यादा मरीजों के पाँच लाख रुपए के पुराने नोट बदले
जोधपुर। नोटबंदी के बाद मरीजों और उनके परिजनों को हो रही परेशानियों को दूर करने के लिए जोधपुर में डाक विभाग के अधिकारी और कर्मचारी अब अस्पतालों में पहुँच रहे हैं। डाक विभाग की ओर से 22 नवम्बर को महात्मा गाँधी राजकीय अस्पताल, जोधपुर में भर्ती मरीजों के 500 और 1,000 रूपये के पुराने नोट बदले गए। राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने वार्ड में भर्ती मरीजों को अपने हाथों से 100-100 रुपए के नोट देकर इसकी शुरुआत की। मरीजों को जब पुराने नोटों की जगह नई नोटें मिलीं तो उनके चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई और परिजनों ने राहत की साँस ली। उन्होंने इसे डाक विभाग द्वारा आरम्भ की कई एक अनूठी और परोपकारी पहल बताया।
निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग लोगों के सुख-दुःख में बराबर भागीदार है और ऐसे में जो लोग अपने पुराने नोट बदलने के लिए डाकघर या बैंक तक जाने की स्थिति में नहीं हैं, अस्पतालों में उन्हें उनकी जरूरतों के मुताबिक खुले नोट देने के लिए यह पहल की गई है। श्री यादव ने कहा कि यह डाक विभाग के सामाजिक सरोकारों का भी परिचायक है।
महात्मा गाँधी राजकीय अस्पताल, जोधपुर के कार्यवाहक अधीक्षक डॉ. अजय मालवीय ने डाक विभाग की इस पहल की सराहना करते हुये कहा कि इससे मरीजों और उनके परिजनों को काफी सहूलियत होगी। जोधपुर प्रधान डाकघर के सीनियर पोस्टमास्टर श्री लाल शंकर पटेल ने कहा कि मरीजों को परेशानी न हो, इसलिए उनके फॉर्म भरने में भी डाक विभाग के कर्मचारियों ने मदद की, ताकि उन्हें 2000 रुपए तक के खुले पैसे दिये जा सकें।
महात्मा गाँधी राजकीय अस्पताल, जोधपुर में भर्ती 300 से ज्यादा मरीजों के नोट बदले गए। दोपहर 11 बजे से आरंभ हुई यह प्रक्रिया शाम तक चली। गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद दवा की दुकानों या बाहर जाँच घर में पुरानी नोट नहीं लेने से मरीजों और उनके परिजनों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है।
इस दौरान राजकीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अरुण पुरोहित, सहायक डाक अधीक्षक श्री विनय कुमार खत्री, डाक निरीक्षक श्री सुदर्शन सामरिया, राजेश व्यास, विजय सिंह, अब्दुल समद, हेमंत कुमार, लक्ष्मण सिंह, गोवर्धन राम, अशोक कुमार, मोहन सिंह सहित डाक विभाग और महात्मा गाँधी राजकीय अस्पताल, जोधपुर के तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे और नोटों के बदलने में सहयोग किया।