Saturday, November 23, 2024
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सिलसिला मुनादी पुस्तक का विमोचन

आज़मगढ़। सिलसिला यूं ही, सलामत रखो मुनादी का, किसी की नींद खुलेगी तो कोई जागेगा। जनपद की रचनाकार डॉ आशा सिंह की ग़ज़ल संग्रह सिलसिला मुनादी का विमोचन शुक्रवार को नेहरू हाल में हुआ। यह कार्यक्रम सामाजिक,सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संस्था प्रगति प्रवाह संस्थान द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि पुलिस उपमहानिरीक्षक सुभाष चंद्र दुबे ने कहा कि साहित्य तत्कालीन समाज का प्रतिबिंब होता है। अविरल और निर्मल साहित्य समाज में चेतना पैदा करते है। उन्होंने कहा कि आशा सिंह की गजलों में मानवीय संवेदनाएं है।

इन संबोधन में भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष एवं दूरदर्शन के पूर्व महानिदेशक लीलाधर मण्डलोई ने कहा कि डॉ आशा सिंह एक विरासत को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने अपनी रचना में अपने आस पास की समस्याओं को उर्दू और हिंदी भाषा में बड़े बेहतर तरीके से प्रस्तुत किया है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा के प्रो उमापति दीक्षित ने कहा कि जब कोई साहस करता है व्यवस्था के खिलाफ शब्दों के संयोजन का तो गजल बनती है। सिलसिला मुनादी की रचनाएं बड़ें मनोयोग से पिरोया गया है।

विशिष्ट अतिथि आईएएस उप जिलाधिकारी गौरव कुमार ने कहा कि आज के दौर में लेखन बढ़ा है लेकिन पठनीयता कम हुई है। इस पर चिंतन करना होगा। उन्होंने कहा कि अकेले में किताबों को पढ़ने का जो आंनद है वो और कहीं नहीं है।

साहित्यकार जगदीश प्रसाद बरनवाल कुंद ने कहा कि लेखन निरंतर जारी रखना चाहिए।

साहित्यकार राजाराम सिंह ने गजल की विकास यात्रा पर प्रकाश डाला। कहा कि डॉ आशा सिंह की गजल में समाज के जितने भी पहलू है सबका समावेश है। उन्होंने कहा कि सिलसिला मुनादी में समय की मांग को ध्यान में रखते हुए रचना की गई है।

कार्यक्रम में देश के विभिन्न भागों के प्रख्यात शिक्षाविद् एवं साहित्यकारों ने ऑनलाइन अपने विचार व्यक्त किए। इंदौर के वरिष्ठ कवि ओम भारती, डॉ. अखिलेश मिश्रा,गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. अरविन्द त्रिपाठी जुड़ें। डॉ आशा सिंह ने अपनी रचनाओं को प्रस्तुत किया। अध्यक्षता साहित्यकार पंकज गौतम ने की। संचालन प्रभु नारायण पांडे प्रेमी ने किया।

संस्था द्वारा इस अवसर पर एसडीएम गौरव कुमार, जगदीश प्रसाद बरनवाल कुंद, श्रीनाथ सहाय, डॉ प्रेम प्रकाश यादव, डॉ लीना मिश्रा, शशि सिंह, समेत अन्य लोगों को सम्मानित किया गया।इस अवसर पर वीरेंद्र सिंह, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सोनी पांडेय, विदुषी अस्थाना, पवन सिंह , संतोष सिंह,पूनम सिंह, मदन मोहन पांडेय समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

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