जम्मू एवं कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चल रहे आतंकी शिविर कोविड-19 की जद में आ चुके हैं और उनमें ट्रेनिंग ले रहे कुछ कश्मीरी युवक अपनी जान गंवा सकते हैं, चूंकि वहां किसी को उनकी परवाह नहीं है। उन्होंने ऐसे ही एक आतंकी की आतंकी शिविर से कश्मीर में मौजूद अपने परिवार से फोन पर हुई बात का हवाला देते हुए यह खुलासा किया।
पुलिस महानिदेशक ने आशंका जताई कि भारत में उथल-पुथल मचाने को उतावले आतंकी जम्मू एवं कश्मीर में घुसपैठ कर सकते हैं और इस जानलेवा वायरस को घाटी में फैला सकते हैं। उनकी ओर से यह बयान तब आया है, जब खुफिया एजेंसियां भी पाकिस्तान द्वारा संक्रमित आतंकियों को कश्मीर में भेजने की आशंका जता चुकी हैं।
डीजीपी ने कहा कि ऐसी खबरें हैं कि पाकिस्तान में एक आंतकी शिविर में ट्रेनिंग ले रहे एक शख्स ने यहां कश्मीर में अपने परिजनों को फोन किया और बताया कि कश्मीर से ट्रेनिंग लेने गए कुछ लड़के इस महामारी से संक्रमित हो गए हैं। इस फोन कॉल से भारत की चिंताएं बढ़ गई हैं, चूंकि सीमा पार कर पाकिस्तान में दाखिल हुए इन युवकों के अब लौटने की कोशिश करने की पूरी आशंका है। सिंह ने कहा कि यह बहुत चिंता की बात है।
एलओसी के पास 20 आतंकी शिविर दोबारा शुरू :
पाकिस्तान ने एलओसी के पास कम से कम 20 आतंकी शिविर और अन्य 20 लांचिंग पैड दोबारा शुरू कर दिए हैं। साथ ही पिछले साल अक्तूबर से जम्मू एवं कश्मीर में ज्यादा से ज्यादा आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिशें तेज कर दी हैं। हर शिविर एवं लांचिंग पैड पर कम से कम 50 आतंकी हैं। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि लांचिंग पैड पर मौजूद 250 से 325 दहशतगर्द जम्मू एवं कश्मीर में घुसने के लिए घात लगाए बैठे हैं।