Friday, November 22, 2024
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भ्रष्ट जजों की वजह से आतमहत्या की थी भूतपूर्व मुख्य मंत्री ने

अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री कालिखो पुल का सुसाइड नोट कैंपेन फॉर ज्‍यूडिशियल अकाउंटेबिलिटी एंड रिफॉर्म्‍स(सीजेएआर) ने सार्वजनिक किया है। इस सुसाइड नोट में हाईकोर्ट के कई पूर्व और वर्तमान जजों को घूस देने के दावे किए गए हैं। द क्विंट की खबर के अनुसार इस नोट में न्‍यायपालिका से जुड़े चार बड़े लोगों को रिश्‍वत दिए जाने का जिक्र है। साथ ही पार्टियों के नामों के साथ वरिष्‍ठ राजनेताओं के नाम भी लिखे हैं जिन्‍हें पुल ने रिश्‍वत के पैसे दिए थे। यह सुसाइड नोट 60 पन्‍नों का है और हिंदी में है। गौरतलब है कि कालिखो पुल ने पिछले साल आठ अगस्‍त को आत्‍महत्‍या कर ली थी।

क्विंट की खबर के अनुसार पुल के सुसाइड नोट में लिखा है, ”(जज का नाम) ने 36 करोड़ रुपये की घूस लेकर गलत फैसला दिया था। जिसे उन्‍होंने अपने बेटे के जरिए समझौता किया। जबकी वो फैसला गलत था। गुवाहाटी हाईकोर्ट ने (सीनियर मंत्री का नाम) के खिलाफ की गई सुनवाई में (नाम) को दोषी ठहराते हुए सीबीआई की जांच के आदेश दिए थे। लेकिन उसी केस में (नाम) ने 28 करोड़ रुपये की घूस देकर स्‍टे लिया और आज भी खुले आम घूम रहे हैं।”

पुल ने नोट में एक जगह लिखा, ”सरकार को जज के फैसले पर भी निगरानी रखनी चाहिए और सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती देने के लिए कोई कानून बनाना चाहिए ताकि इस कानून की मदद से न्‍यायालय में भ्रष्‍टाचार को रोका जा सके। अरुणाचल राज्‍य में हुए पीडीएस घोटाले केस को राज्‍य सरकार ने गलत बताया, एफसीआई ने गलत बताया और केंद्र सरकार ने भी गलत बताया फिर भी सुप्रीम कोर्ट ने आरो‍पियों को खुला छोड़कर उनका पूरा पेमेंट करने का आदेश दिया। जिससे राज्‍य का विकास कोष खाली हो गया।”
गौरतलब है कि कालिखो पुल कांग्रेस विधायक थे लेकिन बाद में वे भाजपा के साथ चले गए थे और सीएम बन गए थे। इसके बाद केंद्र सरकार की ओर से वहां पर राष्‍ट्रपति शासन लगा दिया गया था। इसे सुप्रीम कोर्ट ने गलत ठहराते हुए हटाने का आदेश दिया था। इसके चलते पुल को इस्‍तीफा देना पड़ा था। इसके कुछ ही दिन बाद उन्‍होंने सुसाइड कर ली थी।
साभार- इंडियन एक्सप्रेस से

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