नई दिल्ली। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में रविवार 9 जुलाई को ‘मन की बात रेडियो पर सामाजिक क्रांति’ के नाम से एक परिचर्चा का आयोजन किया गया है। रेडियो पर प्रसारित होने वाले सबसे लोकप्रिय कार्यक्रम ‘मन की बात’ पर एक पुस्तक बाजार में आई है ‘मन की बात रेडियो पर सामाजिक क्रांति’ । परिचर्चा इसी पुस्तक पर है। इस परिचर्चा में साहित्य, कला, शिक्षा, चिकित्सा और पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ीं कई जानी-मानी हस्तियां हिस्सा लेंगी। परिचर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के प्रभावों पर विस्तार से विचार-विमर्श होगा।
परिचर्चा कार्यक्रम को तीन सत्रों में बांटा गया है। प्रत्येक सत्र के लिए अलग-अलग विषय रखे गए हैं। हर सत्र में विशिष्ट और सम्मानित अतिथि परिचर्चा में भाग लेंगे। परिचर्चा की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के बाद ‘मन की बात रेडियो पर सामाजिक क्रांति’ पुस्तक की प्रस्तावना से होगी। पुस्तक की प्रस्तावना ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन के सीईओ अखिलेश मिश्रा रखेंगे।
परिचर्चा के पहले सत्र का विषय ‘संस्कार और जागरूकता’ है। इसमें लोकप्रिय भोजपुरी गायिका मालिनी अवस्थी, प्रो. रविन्द्र कुमार, डॉ. तीरथ दास डोंगरा, आज तक के वरिष्ठ एंकर सईद अंसारी, इंदिरा गांधी कला केंद्र के अध्यक्ष, यथावत पत्रिका के संपादक राम बहादुर राय भाग लेंगे।
दूसरे सत्र का विषय ‘देश और दिशा’ है। इसमें आलमी सहारा के संपादक लइक रिजवी, दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. दिनेश कुमार, एम्स के डॉ. प्रसून चटर्जी, मारवाह इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर संदीप मारवाह शामिल होंगे।
कार्यक्रम के तीसरे और अंतिम सत्र का विषय ‘समाज और संदेश’ है। इसमें एबीपी न्यूज की वरिष्ठ एंकर चित्रा त्रिपाठी, न्यूज इंडिया18 के डिप्टी मैनेजिंग एडिटर सुमित अवस्थी, इंडिया न्यूज के मैनेजिंग एडिटर राणा यशवंत, नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष बलदेव भाई शर्मा ‘मन की बात’ को लेकर अपना-अपना अनुभव शेयर करेंगे। परिचर्चा के प्रत्येक सत्र के अंत में सवाल-जवाब का दौर भी होगा।
परिचर्चा के दौरान मंच का संचालन कई पुस्तकों के लेखक और वरिष्ठ पत्रकार हरीश चन्द्र बर्णवाल करेंगे।