वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को अपने बजट भाषण के दौरान स्वास्थ्य बीमा योजना का प्रस्ताव रखा था. इस योजना के जरिये उन्होंने 10 करोड़ गरीब परिवारों को मदद मिलने की उम्मीद जताई है. इसके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने सरकार से एक अपील की है. मंच ने कहा है कि इस बीमा योजना से विदेशी कंपनियों को दूर रखा जाना चाहिए. संघ को भाजपा का पितृसंगठन भी माना जाता है.
स्वदेशी जागरण मंच के सह-संयोजक अश्विनी महाजन का कहना है, ‘केंद्र सरकार की स्वास्थ्य बीमा योजना सराहनीय है. इससे देश की करीब 50 करोड़ की आबादी लाभान्वित होगी. लेकिन यह भी जरूरी है कि देश के मूल्यवान संसाधनों को भारतीय कंपनियों तक ही सीमित रखा जाय.’
बता दें कि बजट भाषण के दौरान प्रस्तावित इस योजना को दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना भी बताया गया है. इस योजना के तहत गरीबों को पांच लाख रुपये तक के कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी. हालांकि बजट पर प्रतिक्रिया के दौरान विपक्षी दलों ने सरकार की इस योजना को वोट खींचने वाली घोषणा बताया है.