सार्वजनिक प्रसारणकर्ता दूरदर्शन ने अब बदलाव की दिशा में अपने कदम बढ़ा दिए हैं और इस कवायद के तहत दूरदर्शन की पहचान बन चुका उसका लोगो, या यूं कहें कि उसका प्रतीक चिन्ह भी बदल जाएगा। ‘दूरदर्शन’ ने मौजूदा लोगो को बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नया लोगो युवाओं को आकर्षित करने वाला होगा। फिलहाल मौजूदा लोगो का इस्तेमाल ‘दूरदर्शन’ 1959 से कर रहा है।
सोमवार को नए लोगो के आवेदन के लिए निमंत्रण भी जारी कर दिए गए हैं। एक प्रतियोगिता के जरिए दूरदर्शन नए लोगों की खोज करेगा। इसमें भाग लेने वाले आवेदनकर्ताओं से लोगो के प्रति उनके नजरिया और नए डिजाइन के लिए क्या वह सोचते हैं यह जानकारी मांगी गई है। जीतने वाले विजेता को एक लाख रुपए बतौर पुरस्कार दिया जाएगा।
वहीं ‘दूरदर्शन’ और ‘ऑल इंडिया रेडियो’ का संचालन करने वाली ‘प्रसार भारती’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शशि एस. वेंपति ने कहा कि ‘मौजूदा समय में देश की जनसंख्या 30 साल के नौजवानों की है। यह वह लोग हैं जिन्होंने दूरदर्शन के साथ कभी जुड़ाव महसूस नहीं किया खासकर उन लोगों के लिए जो दूरदर्शन देखते हुए बड़े नहीं हुए। इसलिए दूरदर्शन को लेकर उनकी वैसी यादें नहीं हैं जैसी इससे पहले की पीढ़ी की हैं।’
यहां बता दें कि नए लोगो के डिजाइन भेजने की आखिरी तारीख 13 अगस्त है।