Thursday, November 28, 2024
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डॉ. चंद्रकुमार जैन को राष्ट्रीय निबंध लेखन में श्रेष्ठ समन्वयक का पुरस्कार

राजनांदगांव। दिग्विजय कॉलेज और संस्कारधानी सहित पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश को देश-विदेश में सतत गौरवान्वित कर रहे प्रोफ़ेसर डॉ. चन्द्रकुमार जैन को हार्टफुलनेस राष्ट्रीय निबंध लेखन कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ समन्वयक अवार्ड से नवाज़ा गया है। भूटान और भारत संयुक्त राष्ट्र संघ सूचना केंद्र और श्री रामचंद्र मिशन की इस प्रतिष्ठित निबंध प्रतियोगिता में दिग्विजय कालेज को शानदार भागीदारी के लिए चुना गया। संस्था के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में प्राचार्य डॉ. श्रीमती बी. एन. मेश्राम और डॉ. चन्द्रकुमार जैन सहित विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। दिग्विजय कॉलेज के होनहार लेखराम और कीर्ति पाल को हिंदी संवर्ग में तथा काजल कोर्राम को अंग्रेजी निबंध लेखन संवर्ग में छत्तीसगढ़ स्टेट टॉपर्स के रूप में पुरस्कृत किया गया।

गौरतलब है कि हार्टफुलनेस निबंध प्रतियोगिता व्यक्ति और समाज के उत्थान के मद्देनज़र नैतिक और आध्यात्मिक विषयों पर हर साल आयोजित की जाती है। डॉ. चंद्रकुमार जैन ने बताया कि इस वर्ष यह लेखन कार्यक्रम प्रेम विस्तार और स्वार्थ संकुचन है विषय पर संपन्न हुआ। प्राचार्य डॉ. मेश्राम ने खुशी ज़ाहिर की कि डॉ. जैन ने समन्वयक की जिम्मेदारी का कुशलता से निर्वहन करते हुए विषय के मर्म को विद्यार्थियों के बीच खुद पहुंचकर भलीभांति समझाया। उन्हें सहभगिता के लिए प्रेरित किया। प्रतिभागियों को डॉ. जैन व्यक्तिगत रपूप से और फोन पर भी आवश्यक मार्गदर्शन देते रहे। इतना ही नहीं, आयोजक संस्था और श्री रामचंद्र मिशन के कार्यक्रमों के साथ निबंध लेखन के उद्देश्य पर प्रभावी ढंग से प्रकाश डाला। साथ ही सबका सहयोग लिया। परिणाम यह हुआ कि दिग्विजय कालेज से सर्वाधिक प्रवृष्टियाँ भेजी गयीं और छत्तीसगढ़ राज्य स्तर पर तीन टॉपर्स इसी संस्था के रहे। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी राज्य स्तर पर पहला पुरस्कार दिग्विजय कालेज को मिल चुका है। हर साल इस निबंध प्रतियोगिता के मेरिट में दिग्विजय कालेज का दबदबा रहा है और संयोग है कि हर साल डॉ. चन्द्रकुमार जैन समन्वयक की भूमिका निभाते रहे हैं।

श्री रामचंद्र मिशन के राजनांदगांव केंद्र के प्रमुख सहयोगी विजय अय्यर, मनोहर जायसवाल, चुन्नू देवांगन और डॉ. शिरीष साव ने महाविद्यालय परिवार के प्रति आभार मानते हुए विजेताओं को बधाई दी है।

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