राजनांदगांव। शिक्षक कल्याण फाउंडेशन और बीएसएनएल द्वारा दिग्विजय कालेज के हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ. चन्द्रकुमार जैन को सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन टीचर्स एक्सीलेंस अवार्ड -2020 से सम्मानित किया गया है। महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती की यादगार को समर्पित इस भव्य आयोजन में देश के ख्याति प्राप्त शिक्षाविदों और चिंतकों की प्रवर समिति ने डॉ. जैन को शिक्षण के अतिरिक्त अभिव्यक्ति कला में उनकी कुशलता और प्रेरक वक्ता के रूप में उनके सतत रचनात्मक योगदान के लिए यह अवार्ड प्रदान किया गया है।
सम्मान समारोह के तीन दिवसीय आयोजन का उद्घाटन डॉ. अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय के जाने माने शिक्षाविद प्रो. डॉ.आर. के. खांडल , पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के कुलपति प्रो. डॉ. केशरीलाल वर्मा तथा बीएसएनएल के सीजीएम श्री एम. के. सेठ की गरिमामय उपस्थिति में भारत के शिक्षा सचिव रहे अनिल स्वरूप ने किया। इस अवसर पर नयी शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में शिक्षक सशक्तीकरण के आयामों तथा उनकी भूमिका, कर्तव्य व अधिकार पर ख़ास तौर पर चर्चा की गयी। समापन दिवस के मुख्य अतिथि केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने शिक्षण उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान कर अपनी शुभकामनाएं दीं। डॉ. चन्द्रकुमार जैन ने तीन दिनों तक इस व्यापक विमर्श में सजग उपस्थिति दर्ज की। आयोजन में अनेक धर्मसंसद के प्रमुखों, संसद सदस्यों, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों, विश्वविद्यालयों के कुलपति तथा प्राध्यापकों, साहित्यकारों, शिक्षाविदों, मनोचिकित्स्कों, संस्कृतिकर्मियों, शिक्षा नीति के विशेषज्ञों, सम्पादकों और चिंतकों ने भागीदारी की। पूरे आयोजन से प्रतिदिन लाखों लोग जुड़े रहे। सम्पूर्ण आयोजन का संयोजन जगदीशकुमार विग ने किया।
उल्लेखनीय है कि पत्रकारिता और उच्च शिक्षा दोनों क्षेत्रों में निरंतर से सक्रिय डॉ. चंद्रकुमार जैन ने सृजनात्मक व सम्पादित पुस्तकों, पत्र-पत्रिकाओं में सम्पादकीय अवदान, स्तम्भ लेखन के अतिरिक्त बहुआयामी आलेखों के माध्यम से भाषा, साहित्य अनेक विषयों के विकास यज्ञ में अक्षर आहूति दी है। उन्होंने दिग्गज हस्तियों, बौद्धिकों, साहित्यकारों और जन सामान्य के बीच भी विभिन्न प्रसंगों में अपनी अचूक अभिव्यक्ति कला की छाप छोड़ी है। दिग्विजय कालेज में अध्यापन के दौरान ही त्रिवेणी परिसर में राजनांदगांव की साहित्य विभूतियों गजानन माधव मुक्तिबोध, डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी तथा डॉ. बलदेवप्रसाद मिश्र की यादों को समर्पित स्मारक के निर्माण में डॉ. चन्द्रकुमार जैन ने विशिष्ट भूमिका निभायी है। शिक्षण उत्कृष्टता पुरस्कार में उनकी इन उपलब्धियों की सराहना की गयी है।
इधर डॉ. जैन की रचनात्मक भागीदारी का क्रम निरंतर है। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल और अन्य माध्यमों में शताधिक विषयों और प्रतियोगी परीक्षाओं की उपयोगी व प्रेरक सामग्री हिंदी में उपलब्ध करवायी है। कोरोना काल के लॉकडाउन में पढ़ाई के अलावा एहतिहात बरतने के उनके रचनात्मक संदेश मील के पत्थर साबित हुए हैं। केंद्र और राज्य सरकार के संस्थानिक कैंपेन और विविध आयोजनों में डॉ. जैन ने सतत सहयोग किया है। डॉ. जैन का सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय महत्व के कार्यों में भी योगदान अनुकरणीय है। शिक्षक कल्याण फाउंडेशन ने डॉ. जैन को निरंतर और श्रेष्ठतर कार्यों की शुभकामना दी है।