नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर मोदी सरकार ने आजाद भारत का सबसे बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है. गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में आर्टिकल 370 को हटाने संबंधी संकल्प पेश किया है. इसके साथ ही राष्ट्रपति के मंजूरी के साथ आर्टिकल 35A को हटा दिया गया. सरकार के इस अहम फैसले का राज्यसभा सांसद डॉ सुभाष चंद्रा ने सदन में समर्थन किया है. उन्होंने सरकार को बधाई देते हुए कहा कि वह सरकार के प्रस्ताव का समर्थन करते हैं.
उन्होंने कहा कि कल रात तक मुझे नहीं पता था कि आने वाला अमेंडमेंट अच्छा आएगा या बुरा आएगा लेकिन आज सुबह हमने इस अमेंडमेंट को जब सुना तो अंदर से गदगद हो गया. इसके लिए देश के प्रधान मंत्री, गृह मंत्री को बधाई. उन्होंने कहा कि ये काम तो यूपीए-1 में हो जाना चाहिए था. भारत के इतिहास में आज का दिन ऐतिहासिक है. 1947 के बाद मुझे लगता है कि मोदी सरकार का ये सबसे बड़ा राजनीतिक फैसला है.
इस सिलसिले में उन्होंने पाकिस्तान के 1994-95 के एक वाकये का जिक्र किया. उन्होंने कहा, ”उस साल पाकिस्तान में आम चुनाव थे. बेनज़ीर भुट्टो वहां प्रधानमंत्री थीं. वहां ज़ी टीवी देखा जाता था. भुट्टो ने इमरान खान और नवाज़ शरीफ के चुनाव प्रचार को बैन कर दिया था. हमने अपनी टीम लंदन से भेजी थी और सभी का प्रचार-प्रसार किया था. उसके बाद पाकिस्तान की ज्युडिशियल समिति ने हमें बुलाया और कहा कि आपकी सरकार अगर धारा 370 ख़त्म कर दे तो कश्मीर मसला खत्म हो जाएगा. मैंने आकर सभी राजनीतिक मित्रों से पूछा कि ये धारा क्यों नहीं हटा रहे हो? लेकिन सब ने यही कहा कि ये बेहद राजनीतिक मामला है. लेकिन अब मोदी सरकार ने इसे समाप्त करने का साहसिक कदम उठाया है.”