प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री सहित 20 कुलपति, 100 विद्वान और हजारों जिज्ञासु हुए शामिल
राजनांदगांव। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी शुभ कामना देते हुए भोपाल में मूकमाटी महामंथन प्रसंग की स्मारिका और मूकमाटी के गुजराती संस्करण का विमोचन किया। अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय, भोपाल के हिंदी विभाग द्वारा आचार्य विद्यासागर जी महाराज के कालजयी महाकाव्य मूकमाटी पर आयोजित इस दो दिवसीय आयोजन में शहर के शिक्षाविद, साहित्यकार, प्रखर वक्ता और दिग्विजय कालेज के हिन्दी विभाग के राष्ट्रपति सम्मानित प्राध्यापक डॉ. चन्द्रकुमार जैन सभी आठ सत्रों में अभूतपूर्व सहभागिता कर सम्मानित हुए। रक्षा मंत्री श्री मनोहर पार्रिकर और मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। मध्यप्रदेश के राजस्व, विज्ञान और प्रौद्योगिकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने डॉ.चंद्रकुमार जैन के योगदान के लिए उनका विशेष सम्मान किया।
भोपाल के हबीब गंज में भव्य सभागृह में मूकमाटी – एक जीवन दृष्टि पर हुई चर्चा और सुभाष स्कूल परिसर में समारोह में मूकमाटी के कुम्भ से नए-नए विचारों की अमृत बूँदें छलक पड़ीं। पूरा माहौल मूकमाटी की महिमा और साहित्य सृजन की गरिमा से आपूरित था। तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी की विशेष पुस्तक प्रदर्शनी में मूकमाटी महाकाव्य के लगभग दर्जन भर भाषा संस्करणों और आचार्य श्री की अन्य कृतियों के साथ डॉ. चंद्रकुमार जैन के बहुप्रशंसित शोध ग्रन्थ को भी शामिल किया गया जिसका जिज्ञासुओं में अवलोकन कर प्रसन्नता व्यक्त की।
डॉ.चंद्रकुमार जैन ने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति डॉ.वी. के. कुठियाला, महात्मा गांधी अंतर राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा के कुलपति प्रो गिरीश्वर मिश्र सहित बीस से भी अधिक विश्वविद्यालयों के कुलपति, देश-विदेश के शताधिक विद्वान, सैकड़ों शोधार्थियों और जिज्ञासुओं की उपस्थिति में आयोजन को सूत्रबद्ध करने में बड़ी अहम भूमिका निभायी। वास्तव में यह आयोजन देश का अनोखा साहित्यिक महाकुम्भ बन गया। आयोजन का टीवी और तमाम अन्य माध्यमों से सीधा प्रसारण किया गया। अनगिनत लोगों ने देखा और सुना। हजारों लोग इसके साक्षी बने। डॉ. जैन ने अपने शोध आलेख, विशिष्ट वक्तव्य के साथ-साथ आयोजकों के ख़ास आमंत्रण पर गुरुतर भार माँ सरस्वती की सेवा में अपना सहज दायित्व मानकर पूरी कुशलता के साथ निभाया।
अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति श्री मोहनलाल छीपा, हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर डॉ. रेखा राय और डॉ. सुधीर जैन, सन्देश जैन, पंकज प्रधान आदि ने आयोजन समिति की तरफ से आशा व्यक्त की है मूकमाटी महा मंथन से नए लेखकों और शोधकर्ताओं को मार्गदर्शन तथा श्रोताओं को नई जीवन दृष्टि मिलेगी।