Tuesday, December 3, 2024
spot_img
Homeपुस्तक चर्चाएक साधक जो 80 वर्ष की उम्र में भी हिंदुओं को जगाने...

एक साधक जो 80 वर्ष की उम्र में भी हिंदुओं को जगाने की जिद पाले बैठे हैं!

काशी विद्वानों की नगरी कही गई है। यहां एक 80 वर्षीय बुजुर्ग रहते हैं। नाम है सच्चिदानंद चतुर्वेदी। अपने आरंभिक काल में ‘हिंदू राइटर्स फोरम’ का गठन अपने जैसे हिंदुओं के साथ मिलकर किया था और कलम के जरिए हिंदुओं को जगाने का बीड़ा उठाया था। वह काम आज भी जारी है। प्रसिद्ध लेखक अली सीना ने इस्लाम के पैगम्बर मुहम्मद की एक मनोवैज्ञानिक जीवनी लिखी थी, ‘अंडरस्टैंडिंग मुहम्मद एंड इस्लाम।’ यह पुस्तक विश्व भर में प्रसिद्ध हुई। हिंदी के पाठकों तक यह कैसे पहुंचे? इसका प्रयास किया सच्चिदानंद चतुर्वेदी जी ने। उन्होंने इस पुस्तक का उच्च स्तर का हिंदी अनुवाद न केवल किया, बल्कि अपने पैसे से इसे छपवाकर, स्वयं इस उम्र में पोस्ट ऑफिस जाकर वह जिज्ञासु हिंदुओं को यह पुस्तक भेजते हैं। मुझे भी भेजा है।

मैंने उनकी यह पुस्तक Kapot Prakashan & e-commerce पर उपलब्ध कराया है ताकि यह हिंदुओं तक भी पहुंचे, सच्चिदानंद जी का काम थोड़ा आसान हो जाए और प्रिंटिंग में उनके जो पैसे लगे हैं, वह भी पुस्तक की बिक्री से उनको मिल जाए। ऐसी एक अन्य पुस्तक सर विलियम्स म्यूर ने लिखी, ‘The Life of Mahomet’. पैगंबर मोहम्मद की जीवनी पर यह एक क्लासिक पुस्तक है। इसे भी सच्चिदानन्द चतुर्वेदी जी ने ‘मुहम्मद का जीवन’ नाम से हिंदी में अनुदित किया और लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया‌। यह पुस्तक तो हर किसी को पढ़नी चाहिए। ऐसे ही ब्रिगेडियर एस.के.मलिक ने पुस्तक लिखी ‘कुरान में युद्ध की अवधारणा’। इसे भी हिंदी में सच्चिदानंद चतुर्वेदी जी ने अनुवाद कर हिंदी पाठकों के लिए उपलब्ध कराया।

मुझे याद आता है ‘आनंद’ फिल्म में आनंद का वह किरदार जो मरने वाला है, लेकिन एक लड़की के लिए उड़िया सीखना चाहता है। सच्चिदानंद चतुर्वेदी बुजुर्ग हैं, वो जानते हैं कि वो अपने जीवन के आखिरी पड़ाव में हैं, लेकिन उनकी जिद है कि इस्लाम के बारे में हिंदुओं को जानना चाहिए, इसलिए इस विषय पर विश्व प्रसिद्ध अंग्रेजी पुस्तकों का अनुवाद कर, अपने खर्चे से उसे प्रकाशित कर और पोस्ट ऑफिस जा-जा कर वह इसे लोगों को भेजते हैं। http://kapot.in पर हमने उनके द्वारा हिंदी में अनुदित सारी पुस्तकें उपलब्ध कराई है। उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का मुझे यही तरीका समझ आया है। हम हिंदुओं की ओर से आपको प्रणाम और बहुत आभार सच्चिदानंद चतुर्वेदी जी । सच्चिदानंद चतुर्वेदी जी द्वारा हिंदी में अनुदित और लिखित सभी पुस्तकों को क्रय करने के लिए सिर्फ एक लिंक :- https://kapot.in/product-tag/sachchidanand-chaturvedi/…

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार