अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय, भोपाल हिंदी में इंजीनियरिंग पढ़ाने वाला प्रदेश का पहला विवि बन गया है। अभी तीन ब्रांच (मैकेनिकल, सिविल और इलेक्ट्रिकल) से इसकी शुरुआत की जा रही है। इनका सिलेबस मैनिट के प्रोफेसरों से तैयार करा लिया गया है।
कोर्स में एडमिशन 3 से 14 अगस्त तक होंगे। बताया जा रहा है कि मेडिकल के पाठ्यक्रमों को भी हिंदी में शुरू करने की तैयारी विवि कर रहा है। विवि में मैकेनिकल, सिविल और इलेक्ट्रिकल तीनों ब्रांच में डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में एडमिशन होंगे। इनके लिए 30-30 सीटें रखी गई हैं।
हालांकि अभी विवि को ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन (एआईसीटीई) से मंजूरी नहीं मिली है। इस संबंध में विवि का कहना है कि उन्हें एआईसीटीई से मंजूरी की आवश्यकता नहीं है, उसके नियमों को पूरा करना जरूरी है। विवि एआईसीटीई के नियमों के तहत यह पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है।
इस संबंध में एआईसीटीई से बात हो चुकी है। एडमिशन के बाद संबंधित ब्रांच में पढ़ाने के लिए गेस्ट फैकल्टी की नियुक्ति की जाएगी। कम फीस में पढ़ाई का दावा विवि ने बीई के लिए सालाना शिक्षण शुल्क 22,300 और अन्य शुल्क 3,900 रुपए रखा है।
इसके अलावा डिप्लोमा पाठ्यक्रमों का सालाना शिक्षण शुल्क 20 हजार और अन्य शुल्क 3,900 रुपए है। यह फीस निजी विवि से आधी है। कुलपति प्रो. एमएल छीपा का कहना है कि विवि इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रमों को हिंदी में शुरू करने की पूरी तैयारी कर चुका है। सिलेबस को मैनिट के प्रोफेसरों से तैयार कराया गया है।
साभार- दैनिक नईदुनिया से