सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ‘फेसबुक’ ने एक बड़ा कदम उठाते हुए ‘रेडियो पाकिस्तान’ के न्यूज बुलेटिन की लाइव स्ट्रीमिंग पर रोक लगा दी। बताया जाता है कि कश्मीर के बारे में फैलाए जा रहे फेक न्यूज को प्रोपेगेंडा को देखते हुए यह रोक लगाई गई। फेसबुक का कहना है कि खतरनाक व्यक्तियों और संस्थानों को लेकर मानकों के उल्लंघन के आरोप में यह रोक लगाई गई।
वहीं, रेडियो पाकिस्तान का आरोप है कि पाकिस्तान ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन के बुलेटिन में कश्मीर में भारत के जुल्म को दिखाने के लिए फेसबुक ने इस प्रसारण पर रोक लगाई। हालांकि, इसके बाद बुलेटिन के ऑनलाइन प्रसारण के लिए वैकल्पिक उपाय किए गए और इसे यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिंग किया गया।
dawn.com की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की विशेष सलाहकार (सूचना और प्रसार) फिरदौस आशिक अवान ने कहा कि आत्मनिर्भर होने के लिए पाकिस्तान को सोशल मीडिया से दूरी बनाने की जरूरत है।
इस्लामाबाद में फिरदौस ने दावा किया, ‘जब भी हम फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मानवाधिकारों के हनन का मामला प्रमुखता से उठाते हैं, अकाउंट को सस्पेंड कर दिया जाता है। हमने इसके खिलाफ पहले भी आवाज उठाई है और आगे भी अपनी आवाज उठाएंगे।’
बता दें कि 2016 में भी फेसबुक ने आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद दर्जनों आपत्तिजनक पोस्ट पर रोक लगा दी थी। वहीं, कुछ माह पूर्व ही पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल (इन्टर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स) मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा था कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने पाक सोशल मीडिया अकाउंट्स को हटाए जाने को लेकर फेसबुक और ट्विटर से बात की है।